रामनवमी के अवसर पर जम्मू कश्मीर के मंदिर में तोड़फोड़, पड़ताल शुरू
नवरात्रि के दौरान 9 अप्रैल 2022 को जम्मू में कुछ अज्ञात बदमाशों ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और दोषियों को पकड़ने के लिए जांच शुरू की। अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार शहर के बाहरी इलाके सिधरा में एक दशक पुराने मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियां क्षतिग्रस्त पाई गईं हैं।
वहीं तोड़फोड़ के बाद शनिवार सुबह जम्मू शहर के बाहरी इलाके सिधरा में एक मंदिर में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि पुजारी ने सुबह मंदिर जाने पर नुकसान देखा और संबंधित पुलिस थाने को सूचित किया, जिसने तुरंत मामले की जांच के लिए एक टीम भेजी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को बदमाशों ने मंदिर में तोड़फोड़ की।
“कुछ अज्ञात तत्वों ने शुक्रवार की देर रात स्थानीय देवताओं सहित हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों में तोड़फोड़ की। कुछ मूर्तियों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए। उन्होंने मंदिर के स्टोर रूम को तोड़ने की भी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके” एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा। उन्होंने कहा कि हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
मंदिर पर हमले की विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने तीखी आलोचना की है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा, “ऐसा लगता है कि मंदिर पर हमला जम्मू में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किया गया है। मैं पुलिस से मांग करता हूं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें देश के कानून के तहत दंडित किया जाए”
उन्होंने कहा कि यह घटना ऐसे समय में हुई है जब नवरात्रि का त्योहार चल रहा है और इस तरह की घटनाएं लोगों के बीच हिंसा और विरोध का कारण बन सकती हैं। गुप्ता ने आगे कहा, “हम अपने धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे।” यहां यह कहा जा सकता है कि एक ही मंदिर पर पूर्व में दो बार इसी तरह से हमला किया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “एक मामला दर्ज कर लिया गया है और दोषियों को पकड़ने के लिए जांच की जा रही है।”