
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर: चिंता और वहम से होती है ये बीमारी, जाने क्या है इलाज ?
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर एक ऐसी बीमारी है जिससे पेशेंट के दिमाग मे तर्कहीन बातें आने लगती है। जिससे वो निजात नहीं पा पाता वो इस बात से वाकिफ़ होता है कि जो बातें उसके दिमाग में चल रही हैं वो बेसलेस हैं लेकिन फिर भी वो उससे छुटकारा नहीं पा पाता।
इस बीमारी से ग्रसित लोग अक्सर एक काम को बार-बार करते हैं। जैसे कि वो ये भूल जाते है कि उन्होंने दरवाज़े में ताला लगाया है या नही।
जिन लोगों में यह बीमारी होती है वो उनका बरताव भले ही अटपटा हो लेकिन इनका बौद्धिक स्तर काफी अच्छा होता है।
सामान्यत इन रोगीयों का इलाज Anti-depressant और Psychotherapy देकर किया जाता है जबकि Psychotherapy कम ही मामलों में असरदार साबित होता है। कोविड महामारी के चलते ये अक्सर देखा गया है कि हम अपने हाथों को बार- बार साबुन से धोते हैं। ये भी ocd के लक्षण हो सकते हैं।
दवा:
डॉक्टर ओसीडी रोग बिहेवियर को काबू में करने लिए दवाएं लिख सकते हैं। आमतौर पर, एंटी-डिप्रेसेंट का उपयोग पहले किया जाएगा और नीचे बताई दवाएं इसमें शामिल कर सकते हैं:-
क्लोमीप्रैमाइन (एनाफ्रानिल)
फ्लुवोक्सामाइन (लवॉक्स सीआर)
फ्लुओक्सेटीन (प्रोजैक)
पैरोसेटिन (पैक्सिल, पेक्शेवा)
सरट्रालिन (जोलॉफ्ट)
ध्यान रखें किसी भी तरह का उपचार करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।