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अब गेहूं बीज के खरीद पर सरकार देगी अनुदान, जानें इस योजना का क्या है लाभ व आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान सरकार ने भी गेहूं के बीज पर 50 फ़ीसदी अनुदान देने का ऐलान किया है। तो आइए आपको बताते हैं कि सरकार द्वारा जारी इस योजना के लिए किसानों को क्या करना होगा और इसका लाभ कैसे प्राप्त होगा।
नई दिल्ली : भारत के किसानों के लिए आने वाला यह सितंबर महीना रबी फसलों की बुवाई के लिए काफी है। रबी फसलों में गेहूं सबसे प्रमुख फसल है। ऐसे में देश के सारे किसान इसकी तैयारी में जुट चुके हैं। सितंबर माह के पहले सप्ताह से इसकी बुवाई भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में गेहूं का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए और किसानों की लागत घटाने के लिए बहुत से राज्यों ने गेहूं की बीज पर भारी सब्सिडी देने का फैसला लिया है।
इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए राजस्थान सरकार ने भी गेहूं के बीज पर 50 फ़ीसदी अनुदान देने का ऐलान किया है। तो आइए आपको बताते हैं कि सरकार द्वारा जारी इस योजना के लिए किसानों को क्या करना होगा और इसका लाभ कैसे प्राप्त होगा।
राजस्थान के राजस्थान कृषि विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत प्रदेश में मौजूद किसानों को गेहूं की बीज पर 50 फ़ीसदी अनुदान देने का ऐलान किया है। प्रदेश के किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम या फिर राजस्थान स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन के प्रमाणित गेहूं के बीज खरीदने होंगे। इसके साथ ही किसानों को राजस्थान सरकार की ओर से सरसों, मूंगफली, तेल, बाजरा और सोयाबीन जैसे अन्य फसलों के बीजों पर भी सहायता दी जा रही है।
योग्यता
सरकार द्वारा जारी इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को पहले आओ पहले पाओ वाला आधार अपनाना होगा। सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलेगा। साथ की अगर किसानों का फसल स्वपरागित है तो 3 वर्ष में एक बार, परपरागित फसल के लिए 2 वर्ष में एक बार और संकर किस्मों पर हर साल अनुदान का लाभ लिया जा सकेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें किसानों को यह सब्सिडी राजस्थान कृषि विभाग के राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत दी जा रही है। ऐसे में प्रदेश में मौजूद सभी किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए नवीनतम जमाबंदी और आधार कार्ड जमा करना होगा। जिसके बाद जमीन के हिसाब से परमिट बनवा कर सहकारी समितियों से बीज लिया जा सकेगा। इसके लिए किसान अपने नजदीकी ग्राम सेवा या क्रय विक्रय सहकारी समिति पर भी जा सकते है।
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