अब नमामि गंगे योजना में कोटद्वार को किया जाएगा शामिल, ऋतु खंडूरी ने अधिकारिओं को बैठक में दिए ये निर्देश
देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी (Ritu Khanduri) ने शनिवार को राज्य परियोजना प्रबंधन समूह (नमामि गंगे) के अधिकारियों के साथ बैठक ली . जिसमें गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार को नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने पर की बात रखी गयी. इसके साथ ही खंडूरी ने अधिकारियों को निर्देश भी जारी किये की नमामि गंगे में कोटद्वार की सीवरेज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जल्द कार्ययोजना तैयार की जाए।
शनिवार को आयोजित बैठक में विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी ने प्रदेश में चल रही नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Project) की प्रगति के विषय में जानकारी ली. उन्होंने कोटद्वार क्षेत्र के अंतर्गत सुखरो, मालन व खोह नदियों में गिरने वाले प्रदूषित नालों को टैप करने की कार्ययोजना बनाने को भी कहा। इसके साथउन्होंने कहा कि, ”अब जबकि गंगा की सहायक नदियों को भी नमामि गंगे में शामिल किया जा रहा है तो इसमें कोटद्वार को शामिल कराया जाना चाहिए। उन्होंने कोटद्वार क्षेत्र की विभिन्न नदियों पर रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, घाटों का निर्माण, बाढ़ सुरक्षा प्रबंध, नालों की टैपिंग से संबंधित कार्ययोजना 15 दिन के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए।”
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खंडूरी ने इस योजना से जुड़े अधिकारियों को कोटद्वार में उत्तर प्रदेश की सीमा पर बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए और कहा है कि, ”इस प्लांट से कोटद्वार क्षेत्र के नालों को भी जोडऩे पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे में छोटे शहरों व कस्बों में भी काम करने की आवश्यकता है।”
जिन शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं हैं, वहां ये तैयार किए जाने चाहिए। साथ ही यदि किसी प्लांट की क्षमता कम है तो उसे उच्चीकृत किया जाना चाहिए। इसके लिए अधिकारियों को जल्द प्रस्ताव तैयार करने चाहिए। उन्होंने कार्यों की मानीटङ्क्षरग पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के कार्यकारी निदेशक (परियोजना) हिमांशु बडोनी, डा प्रवीण कुमार, राज्य में नमामि गंगे के कार्यक्रम निदेशक उदयराज समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।