
अब बिना गार्ड चलेंगी मालगाड़ियां, ये डिवाइस करेगी मदद, जानें खासियत !
देश में अब मालगाडिय़ां बिना गार्ड के चलाई जाएंगी। इसके लिए रेलवे ने एक डिवाइस विकसित की है। इलाहाबाद मंडल में इसका सफल ट्रायल भी किया जा चुका है। एंड आफ ट्रेन टेलीमेट्री (ईओटीटी) डिवाइस को आरडीएसओ लखनऊ और बनारस लोकोमोटिव वर्कर्स द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
उत्तर मध्य रेलवे के कानपुर लोकोशेड द्वारा मालगाड़ी में एंड आफ ट्रेन टेलीमेट्री प्रणाली का सफल ट्रायल हुआ। ईओटीटी स्वचालित प्रणाली पर ब्रेक वैन के बिना ट्रेन के संचालन की अत्याधुनिक तकनीक है। इससे अब मालगाडिय़ों में ब्रेक वैन की जरूरत नहीं होगी और सुरक्षित संचालन के लिए गार्ड की सभी संरक्षा गतिविधियों को पूरा करेगी।
कानपुर रेलखंड में मालगाड़ी में ट्रायल
कानपुर के इलेक्ट्रिक लोको शेड के लोको में EOTT सिस्टम चालू कर दिया गया है। एक अगस्त को जीएमसी यार्ड और टूंडला रेलखंड में एक मालगाड़ी में NCR द्वारा ईओटीटी का फील्ड ट्रायल किया गया। ट्रायल में शामिल NCR मुख्यालय से मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर (सीईएलई) पीडी मिश्रा ने बताया कि चार ऐसे EOTT सिस्टम जल्द ही ट्रायल के लिए इलेक्ट्रिक लोको शेड, कानपुर स्थित लोकोमोटिव में लगाए जाएंगे।
उत्तर मध्य रेलवे के GM प्रमोद कुमार ने कहा कि EOTT परीक्षण के उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। यह प्रौद्योगिकी आने वाले दिनों में मालगाडिय़ों के संचालन में क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रही है।
ऐसे काम करेगा EOTT
ईओटीटी में मुख्य रूप से दो यूनिट होती हैं, अर्था हेड ऑफ़ ट्रेन यूनिट, जो लोकोमोटिव पर लगा होता है और एक पोर्टेबल एंड आफ ट्रेन यूनिट, जो अंतिम वैगन के सेंटर बफर कपलिंग पर लगा होता है। इन दोनों यूनिटों को जोड़ा जाता है। रेडियो लिंक पर एक-दूसरे के साथ संवाद करते हैं।
ट्रेन के अंतिम वाहन का ब्रेक पावर प्रेशर लोकोमोटिव के लोको कैब मे हेड ऑफ ट्रेन यूनिट डिस्प्ले में ड्राइवर को प्रदर्शित होता है। जब भी लोको पायलट लोको कैब में इमरजेंसी ब्रेक लगाएंगे तो अंतिम वैगन में भी ब्रेक लगता है। डिरेलमेंट की स्थिति में अंतिम वैगन का बीपी दबाव स्तर अनियंत्रित होने पर यह प्रणाली लोको पायलट को भी सचेत करेगी।