Nikay Chunav: जनता ने योगी पर दिखाया यकीन, विपक्ष हुआ बेदम
सुशासन और महिला सुरक्षा के आगे नहीं टिका विपक्ष का कोई भी मुद्दा, सपा, बसपा, कांग्रेस, रालोद को यूपी में नहीं मिली ठोस जमीन
लखनऊ। निकाय चुनाव में यूपी के सभी नगर निगमों में भाजपा को प्रचंड जीत मिली है। पार्टी नगर पालिका और नगर पंचायतों में अधिकांश सीटें जीतने में सफल रही है। चुनाव में यूपी की जनता ने जहां योगी जी पर पूरा यकीन दिखाया वहीं विपक्ष को चारों खाने चित कर दिया। भाजपा की आंधी में विपक्ष को कहीं ठौर नहीं मिली। चंद सीटों को छोड़ दें तो विपक्षियों को सब जगह हार का स्वाद चखना पड़ा।
निकाय चुनाव के दौरान यूपी के पूरे परिदृश्य पर नजर डालें तो भाजपा की विराट जीत के पीछे 09 बड़े कारण हैं। सबसे बड़ा कारण योगी जी का एक योद्धा की तरह खुद मोर्चे पर डटे रहना और गुंडे माफिया के प्रति जीरो टालरेंस की नीति है। आइए, भाजपा की जीत की वजह बने इन कारणों पर एक नजर डालते हैं।
1-आक्रामक प्रचार: भाजपा ने चुनाव की शुरुआत से ही आक्रामक प्रचार किया। प्रचार की कमान खुद मुख्यमंत्री ने संभाली। दोनों उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष उनके साथ डटे। क्षेत्रीय अध्यक्षों ने अपने इलाके में कमान संभाली और उसका नजीता सबके सामने है।
2-योगी जी का सुशासन: चुनाव से एक बात साफ हो गई कि योगी जी का सुशासन समाज के हर तबके को पसंद है। योगी जी के मामले में लोग विपक्ष की एक भी सुनने को तैयार नहीं हैं। जनता मानती है कि योगी जी यूपी के लिए उपयोगी हैं और उसे योगी जी पर पूरा यकीन भी है।
3-गुंडे, माफिया का अंत: गुंडे माफिया को मिट्टी में मिला देने का स्टाइल जनता को खूब पसंद आ रहा है। पूरब हो या पश्चिम, पहले की सरकारों में लोग छोटे-बड़े माफिया से परेशान थे। मगर, योगी जी ने गुंडे माफिया के प्रति जो जीरो टालरेंस की नीति अपनाई है, उससे जनता को बड़ी राहत मिली है।
4-महिला वोटरों का समर्थन: अपराधी और गुंडे माफिया पर लगाम लगने से प्रदेश की हर महिला अपने को सुरक्षित महसूस कर रही है। स्कूल-कॉलेज, बाजार, शहर-देहात हर जगह छेड़खानी और लूटपाट की घटनाओं पर तेजी से अंकुश लगा है। ऐसे में हर तबके की महिलाएं चुनाव में भाजपा के साथ आ जाती हैं।
5-स्मार्ट सिटी के काम: मोदी सरकार ने जो स्मार्ट सिटी बनाए उसमें काम के लिए जमकर पैसा भी दिया। शहर में काम हुए तो जनता को बदलाव साफ नजर आया। भविष्य में और अच्छे कामों के लिए उसने एक बार फिर भाजपा को मौका देना ठीक समझा और वही किया भी।
6-मोदी सरकार की योजनाएं: मोदी सरकार की योजनाओं मुफ्त राशन, आवास, पेंशन, बीमा कार्ड से समाज की अंतिम पंक्ति के लोगों को भी फायदा मिला है। सरकार की योजनाओं से लोगों के जीवन में बदलाव आया है। यही बदलाव जनता को भाजपा के अलावा कहीं और जाने से रोकता है।
7-विपक्ष में बिखराव: पूरे चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम एकजुट नजर आई। स्थानीय स्तर पर भले ही छोटे-बड़े मुद्दे हों, मगर टीम योगी जीत के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध दिखी। जबकि विपक्ष नजर ही नहीं आया। अखिलेश यादव ने कुछ जिलों में रैली की और बाकी समय सोशल मीडिया पर योगी सरकार को गाली देने में बर्बाद किया। सपा के अलावा बाकी दलों के नेता मैदान में नजर ही नहीं आए।
8-मुस्लिम वोटों में सेंधमारी: नगर निगमों में बेहतर काम की बदौलत भाजपा मुस्लिम वोटों में सेंधमारी करने में भी सफल रही। बरेली समेत तमाम नगर निगमों में भाजपा प्रत्याशी को मुस्लिम समुदाय का वोट मिला। सपा से नाराज मुस्लिम कांग्रेस और बसपा में भी गए। वोटों के बिखराव से भाजपा की प्रचंड जीत का रास्ता साफ हो गया।
9-सरकार के विकास कार्य: योगी सरकार में जिस तरह से यूपी का नक्शा बदल रहा है उससे लोग खुश हैं। एक तरफ गुंडे, माफिया का अंत हो रहा है और दूसरी तरफ तेजी से सड़कें, अस्पताल, पुल जैसी सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। यूपी में निवेश और कारोबार का बेहतर माहौल बना है। रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। सरकार के अच्छे कदमों ने जनता के मन में भाजपा के लिए जो विश्वास जगाया है, वह चुनाव में जीत के रूप में सामने आया है।