पीएम मोदी ने किया राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन, ‘गंदगी भारत छोड़ो’ का लगाया नारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजघाट के नजदीक राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया है। पीएम मोदी ने कहा कि 60 महीने में करीब-करीब 60 करोड़ भारतीय शौचालय की सुविधा से जुड़े हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक अभियान की घोषणा की जिसका नाम है ‛गंदगी भारत छोड़ो सप्ताह’ यह अभियान आज से 15 अगस्त तक चलाया जाएगा।
महात्मा गांधी को समर्पित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (आरएसके) की प्रधानमंत्री ने घोषणा 10 अप्रैल 2017 को महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर की थी। यह स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्मक अनुभव केंद्र होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद ‘दर्शक 360 डिग्री’ का अनूठा ऑडियो-विजुअल कार्यक्रम देखा।
■ पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें-
■ हमारे बाल मित्र स्वच्छता के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। बाल मित्र मेरे अच्छे साथी हैं। उन्होंने जागरूकता को लेकर कई बड़े काम किए हैं। पिछले साल कई गांव ने खुले में शौच मुक्त घोषित किया। आप (बाल मित्र) बडों को रास्ता दिखा सकते हैं।
■ पीएम मोदी ने भावुक होकर कहा कि जब मैं भीतर था तब करोड़ो लोगों के संकल्प देखकर सभी स्वच्छताग्राहियों को नमन कर रहा था। मिशन से जुड़ी 6 साल पुरानी तस्वीरें सामने आ रही थीं।
■ स्वच्छता को टेक्नोलॉजी के माध्यम से दिखाया गया है। स्वच्छता के मूल्यों से यही जुड़ाव दुनिया से आने वाला हर व्यक्ति पसंद करेगा। आज गांधी की के आदर्शों को अपनाने के लिए देश-दुनिया से लोग आगे आ रहे हैं।
■ पीएम ने कहा कि गांधी जी के गीत को देश-विदेश के कई लोगों ने गाकर नया रिकॉर्ड बनाया है। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विशेष आयोजन से लेकर बड़े-बड़े देशों में गांधी जी की शिक्षाओं को याद किया जाता है।
■ यह कभी किसी के विचार में भी नहीं आया होगा कि सत्ता तंत्र से मुक्ति का रास्ता स्वच्छता में भी हो सकता है। गांधी जी ने इसे जनांदोलन बना दिया था। महात्मा गांधी का कहना था कि स्वराज सिर्फ साहसी और स्वच्छ जन ही ला सकता है। गंदगी गरीब परिवार का सबसे ज्यादा नुकसान करती है।
■ 60 महीने में 60 करोड़ भारतीय इस सुविधा से जुड़े हैं। इसका मतलब यह है कि ये सब आत्मविश्वास से जुड़े हैं। इससे कई बेटियों को पढ़ने का आगे बढ़ने का हौसला मिला है।
■ स्वच्छ भारत अभियान से सामाजिक चेतना और व्यवहार में परिवर्तन लाया है। चाहें वह थूकना हो, या कूड़ेदान में कूड़ा डालना हो। जो लोग घर के बाहर कूड़ा फैलाते हैं, उन्हें कोई न कोई जरूर टोकता है और यह काम बाल मित्र अच्छी तरह करते हैं।
■ स्वच्छता एक सफर है जो जीवनभर चलता रहेगा। देश में ओडीएफ के बाद अब ओडीएफ प्लस पर काम चल रहा है। अब कचरे को कंचन बनाने का काम तेज करना है। 6 साल से भारत में एक विशेष अभियान चल रहा है गरीबी भारत छोड़ो, खुले में शौच की मजबूरी भारत छोड़ो।