नेशनल एजुकेशन पालिसी योजना : क्या है नई शिक्षा नीति
सब जानते हैं कि भारत की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में बदलाव किया गया है लेकिन यह बदलाव किस प्रकार के हैं इसकी जानकारी बहुत कम लोगों के पास ही मौजूद है यह बदलाव मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय ने किए हैं यह बदलाव इसरो प्रमुख डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में किए गए थे आपको इन्हीं बदलावों के बारे में अवगत कराने वाले हैं इस लेख में आपको नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2021 के बारे में सभी जानकारी उपलब्ध होगी इसी के साथ ही हम आपको एजुकेशन पॉलिसी के उद्देश्य के बारे में भी जानकारी देंगे एजुकेशन पॉलिसी 2020 की विशेषताएं बताएंगे साथ ही हम आपको इस लेख के माध्यम से एजुकेशन पॉलिसी में होने वाले बदलावों के बारे में भी जानकारी देंगे यदि आप नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की किसी भी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो दिए गए लेख को पूरा पढ़ें।
New National Education Policy 2021
लेख का विषय | नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2021 |
किस ने लांच की स्कीम | भारत सरकार |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
आर्टिकल का उद्देश्य | इस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना है तथा भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है। |
ऑफिशियल वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
साल | 2021 |
स्कीम उपलब्ध है या नहीं | उपलब्ध |
क्या है नेशनल एजुकेशन पॉलिसी ?
इस पॉलिसी के अंतर्गत स्कूलों और कॉलेजों में होने वाली पढ़ाई को लेकर एक शिक्षा नीति तैयार की गई है भारत सरकार ने नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के आरंभ में की थी इसके अंतर्गत सरकार ने एजुकेशन पॉलिसी में काफी सारे प्रमुख बदलाव किए हैं जिससे भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त हो सकती है और अपने बारे में और भविष्य में खुद का मार्गदर्शन करने के लिए यह पॉलिसी बच्चों के लिए काफी ज्यादा उचित साबित हो सकती है एजुकेशन पॉलिसी पहले से थी लेकिन अब इसमें कुछ बड़े और मुख्य बदलाव किए गए हैं इस पॉलिसी के माध्यम से भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने का उद्देश्य सांझा किया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय के नाम से जाना जाता है नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% जी ई आर के साथ पूर्व विद्यालय से माध्यमिक विद्यालय तक शिक्षा का सर्वभौमिकरण किया जाएगा लेकिन इसमें मेडिकल और वकालत की पढ़ाई को शामिल नहीं किया जाएगा। आपको याद होगी पहले टेन प्लस टू का पैटर्न फॉलो किया जाता था लेकिन अब नई शिक्षा नीति के चलते 5 +3+3+4 का पैटर्न फॉलो किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के 2014 के चुनावी मेनिफेस्टो में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का जिक्र किया गया था जिसके बाद 2020 के अंत में इसे लागू किया गया।
यह भी पढ़े : क्या है सारथी परिवहन सेवा पोर्टल ? कैसे पता करें ऑनलाइन आवेदन की स्थिति
लाइव डैशबोर्ड से होती है मोनेट्रिंग
जून 2021 से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 की सफलता को मॉनिटरिंग करने के लिए लाइव डैशबोर्ड का शुरुआत की गई थी डैशबोर्ड के माध्यम से इस पॉलिसी के कार्यान्वयन प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के माध्यम से कॉलेजेस और विश्वविद्यालयों स्तर पर नीतिगत बदलाव को लागू करने पर जोर दिया जाएगा शिक्षा मंत्रालय द्वारा 1810 कार्यों की पहचान की गई है। जिनको शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पूरा किया जाना है। इन कार्यों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सब्जेक्ट ऑप्शन, रीजनल लैंग्वेज बेस्ड एजुकेशन, यूनिवर्सिटी डिग्री में प्रवेश एवं निकासी की सुविधा, क्रेडिट बैंक सिस्टम आदि शामिल है।
यह भी पढ़े : क्या है सारथी परिवहन सेवा पोर्टल ? कैसे पता करें ऑनलाइन आवेदन की स्थिति
सार्थक योजना के संबंध में मुख्य जानकारियां
सार्थक योजना के माध्यम से नई शिक्षा नीति के लिए 1 साल की कार्यान्वयन योजना तैयार की गई है।
सार्थक योजना में नई शिक्षा नीति के कार्य एवं गतिविधियों को परिभाषित किया गया है।
इसमें शिक्षा नीति के लक्ष्य, परिमाण और समय सीमा उपलब्ध है।
इस योजना के माध्यम से सभी केंद्र शासित प्रदेशों एवं राज्य को नई शिक्षा नीति को समझने में मदद प्राप्त होगी।
सार्थक योजना की रूपरेखा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार की गई है।
देश के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के अंतर्गत इस योजना को जारी किया जाएगा।
यह योजना संवादात्मक, लचीली एवं समावेशी होगी।
सार्थक योजना के माध्यम से नई शिक्षा नीति के लिए 1 साल की कार्यान्वयन योजना तैयार की गई है।
इस योजना में यह भी निर्धारित किया गया है कि राज्य नई शिक्षा नीति में जरूरत के हिसाब से बदलाव भी कर सकती है।