
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां नोएडा जाने के मिथक को तोड़ा तो वहीं, उनके मंत्री ने भी एक मिथक को तोड़ा है। कहा जाता था कि छह नंबर वाले बंगले में रहने वाला कोई भी विधायक दोबारा विधानसभा में नहीं पहुंच पाता है। राजधानी के कालीदास मार्ग पर कई बंगले हैं, जिनमें मंत्रीगण और 5 कालीदास मार्ग पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहते हैं।
मगर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बगल वाले बंगला नंबर 6 को ‘भूतिया’ कहा जाता था, जिसमें रहने से मंत्रियों को डर लगता था। उस बंगले में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ न सिर्फ 5 साल का कार्यकाल बिताया, बल्कि एक बार फिर चुनाव जीतकर विधायक बने हैं और योगी सरकार में दोबारा मंत्री बनने जा रहे हैं।
कई दिग्गजों का राजनीतिक ग्राफ गिरा
कहा जाता है कि इस बंगले में रहने वाला कोई भी विधायक दोबारा विधानसभा में नहीं पहुंच पाता। जानकारी के अनुसार, जो भी बड़े और दिग्गज चेहरे इस बंगले में रहे, उनका राजनीतिक ग्राफ गिरता चला गया। चाहे वह अमर सिंह हों, आशु मलिक हों या वकार अहमद शाह… तमाम ऐसे नेता हैं जो जीत के बाद यहां रहने आए। लेकिन, समय के साथ उनका ग्राफ ऊपर जाने की जगह जमीन की ओर बढ़ने लगा।
नंद गोपाल नंदी की बदौलत टूटा मिथ
जब वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आई तो यह बंगला नंद गोपाल नंदी को अलॉट किया गया। योगी सरकार के मंत्री नंदी ने कई सालों बाद इस मिथक को तोड़ दिया है और बंगले को ‘अशुभ’ से ‘सामान्य’ की कैटेगरी में लेकर आए हैं।