नैनीताल वासियों पर पड़ी बारिश की मार, 34 सड़के बंद , 120 पेयजल संकट और 40 गांवों की बिजली व्यवस्था हुई ध्वस्त
नैनीताल । उत्तराखंड में बारिश के कहर से नैनीताल जिला खासा प्रभावित है। यह एक हफ्ते के बाद भी 34 सड़क मार्ग बंद पड़े है , 120 पेयजल योजनाए है जो हजारों नगर वासियों तक नहीं पहुंच पा रही है और वही 40 गांव बिजली आपूर्ति से बहाल नहीं हो पा रहे है।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बेतालघाट-खैरना-सुयालबाड़ी, बेतालघाट-रिची-बिनलेख, रामनगर-तल्लीसेठी बेतालघाट, रामनगर गर्जिया बेतालघाट, कांडा-डोनपरेवा, फतेहपुर-पीपल अडिय़ा, सिमलखेत-सदाना मल्ला, हरतपा-हली, लोहाली-थोवा ब्लॉक, नौना व्यासी-सिल्टोना, भौंर्सा-पिनरौ, कालाखेत-दिग्थरी, सूखा मोटरमार्ग, तल्ला कोट-सीम, सिल्टोना-बजेड़ी, मटियाली-कर्नखा, सरना-सवाखेत, सलियाकोट-अर्नपा, बबियाड़-दूधली, महतोली-मज्यूली, दीनीतल्ली-मल्ली, झांझर-अक्सोड़ा, चमोली-बडौन, टकुरा-तुषराण व टकुरा-थलाड़ी, छींड़ाखान-अमजड़, डालकन्यां-गौनियारो, क्वारब मौना सरमा, सुनकोट मोटर मार्ग, खुजेठी-पतलिया, बलना-वलना, पतलिया-खनस्यू, पदमपुरी-हैड़खान-कोंता-ककोड़ आदि सड़कें बंद हैं।
वही जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट के मुताबिक, आपदा में 171 पेयजल योजनाएं खराब हो चुकी हैं, इनमें लगभग 40 को जोड़ जा चुका है। अन्य को सुचारु किया जा रहा है। वही ऊर्जा निगम के ईई हारून राशिद के अनुसार अब तक जिले के 40 गांवों की बिजली गुल है। विभागीय कर्मचारियों के अलावा श्रमिकों को काम पर लगाकर क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त किया जा रहा है।