
क्या है मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कैसे करें आवेदन ?
कोरोना वायरस संक्रमण की लहर के दौरान कई बच्चे अनाथ हो गए हैं,प्रतिदिन हमारे देश में नई चुनौतियों का सामना इस महामारी के कारण करना पड़ रहा है, कई सारे बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता इस महामारी के दौरान दुनिया में नहीं रहे या फिर दोनों के माता-पिता कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आकर भर्ती है। ऐसे में सरकारें इन बच्चों के लिए एकमात्र सहारा बचती है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में भी लगभग 197 ऐसे बच्चों की पहचान की गई है जो अपने माता-पिता को इस महामारी के दौरान खो चुके हैं एवं 1799 बच्चे ऐसे भी हैं जिनके माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई है ऐसे सभी बच्चों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बाल सेवा योजना की शुरुआत की गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य इस महामारी के दौरान उन सभी बच्चों को योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता पहुंचाने के साथ-साथ कई अन्य सुविधाएं प्रदान करने का है जिससे वह अपने जीवन यापन बिना किसी संघर्ष के साथ कर सकें आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इस योजना के बारे में कई अहम जानकारियां देंगे साथ ही यह भी बताएंगे कि आप किस प्रकार से इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्या है मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना ?
बाल सेवा योजना बच्चों की सहायता करने के लिए बनाई गई योजना है इसे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया है इस योजना के माध्यम से सरकार उन सभी बच्चों की मदद करेगी जिनके माता पिता की मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हो गई है वही इस योजना को 30 मई 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया इस योजना के माध्यम से ना केवल बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाएगी बल्कि उनकी पढ़ाई से लेकर उनके वह तक की जिम्मेदारी सरकार की होगी आपको इस बात की जानकारी हो कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बच्चों की पालन पोषण के लिए बच्चों को या फिर उसके अभिभावक को 4000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
कई प्रकार से मिलेगी सहायता
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत सरकार द्वारा योजना के माध्यम से लड़कियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी यदि बच्चों की आयु 10 वर्ष से कम है और उनका कोई अभिभावक नहीं है उसको राज्य के बाल गृह के आवासीय सुविधा प्रदान की जाएगी लड़कियों को भी अलग से आवास सुविधा प्रदान की जाएगी एवं वह सभी बच्चे जो स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे हैं उन्हें लैपटॉप टैबलेट भी सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत दिए जाने की बात कही गई है।
क्या है योजना की विशेषताएं ?
इस योजना के माध्यम से उन सभी बच्चों की मदद की जाएगी जिनके माता पिता की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हो गई है। इस योजना के अंतर्गत न केवल बच्चों की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी बल्कि उनको पढ़ाई से लेकर उनके विवाह तक का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
सभी पात्र बच्चों के पालन पोषण के लिए प्रतिमाह उनको ₹4000 की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
यह आर्थिक सहायता बच्चे के वयस्क होने तक प्रदान की जाएगी। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से लड़कियों की शादी के लिए ₹101000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत आने वाले बच्चे की आयु यदि 10 वर्ष से कम है और उसका कोई अभिभावक नहीं है तो इस स्थिति में बच्चे को आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी। यह सुविधा राजकीय बाल गृह के माध्यम से प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के माध्यम से सभी पढ़ाई कर रहे बच्चों को लैपटॉप या टेबलेट भी प्रदान किया जाएगा।
इस योजना का लाभ उन बच्चों को भी प्रदान किया जाएगा जिन्होंने अपने लीगल गार्डियन या फिर आय अर्जित करने वाले अभिभावक को कोरोना संक्रमण के कारण खो दिया है।
सभी अवयस्क लड़कियों को भारत सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, प्रदेश सरकार द्वारा संचालित राजकीय बाल गृह एवं अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा एवं आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी।
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आवेदन के लिए यह दस्तावेज जरूरी
•उत्तर प्रदेश के निवासी होने का घोषणा पत्र
•बच्चे का आयु प्रमाण पत्र
•2019 से मृत्यु का साक्ष्य
•बच्चे एवं अभिभावक की नवीनतम फोटो सहित पूर्व आवेदन
•माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
•आय प्रमाण पत्र
• शिक्षण संस्थान में रजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र
Note – मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना पर लिखा गया यह लेख का उद्देश्य लोगों को योजना के बारे में जानकारी देना है योजना के बारे में हर जानकारी इंटरनेट मीडिया और अखबारों से प्राप्त की गई जानकारी के आधार पर साझा की गई है। जिसके कारण यह लेख किसी भी तथ्य का दावा नहीं करता है।