
पीएम मोदी को पत्र लिख सांसदों और सेवानिवृत्त IAS अधिकारियों उठाई ये मांग
विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हुए, कई सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय वन सेवा (आईएफएस) केंद्रीय अधिकारियों और सिविल सोसाइटी के सदस्यों, संसद सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित एक संयुक्त ज्ञापन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा गया ह ।जिसमें मांग की गई है कि आईएएस संवर्ग नियमों में संशोधन को आगे नहीं बढ़ाया जाए।
जवाहर सरकार और सुखेंदु शेखर रॉय के एक संयुक्त बयान में सांसदों ने कहा, “हमें विपक्षी शासित राज्यों में राज्यपालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की जरूरत है, खासकर पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में दिन-प्रतिदिन के प्रशासन में हस्तक्षेप करने, मुख्यमंत्रियों, अध्यक्ष, राज्य चुनाव आयोग सहित संवैधानिक प्राधिकरण की आलोचना करने के लिए राज्यपालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की आवश्यकता है।”
बता दें कि केंद्र ने आईएएस (कैडर) नियम, 1954 में एक संशोधन का प्रस्ताव किया है, जो राज्य सरकारों के आरक्षण को दरकिनार करते हुए आईएएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात करने में सक्षम होगा।