
मातृत्व ईश्वरीय देन है,समाज में हर मां का सम्मान करें- राज्यपाल
मातृ दिवस के अवसर पर ही माँ का सम्मान न करें, बल्कि समाज में हर माँ के प्रति यह सम्मान सदैव बनाये रखें।
# बच्चों को बचपन से मां-बाप का सम्मान करना सिखाएं- आनंदीबेन पटेल
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल(governer) एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल(anandiben patel) ने आज डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल(apj abdul kalam) कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के घटक संस्थान आई.ई.टी. में इसके आविर्भाव दिवस एवं विश्व मातृ दिवस के अवसर आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए सभी को बधाई दी और कहा कि मातृत्व ईश्वरीय देन है, धरती पर मौजूद प्रत्येक इंसान का अस्तित्व माँ के कारण ही है। माँ हम सभी के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमारा देश भारत महान संस्कृति और परम्पराओं वाला देश है, जहां लोग अपनी माँ को पहली प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा 8 मार्च महिला दिवस तथा 8 मई मातृ दिवस पर प्रत्येक जिले में बड़े आयोजन किए जाने चाहिए, जिससे जन समुदाय में महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव जागृत हो।
राज्यपाल ने अपेक्षा की कि हम सभी केवल मातृ दिवस के अवसर पर ही माँ का सम्मान न करें, बल्कि समाज में हर माँ के प्रति यह सम्मान सदैव बनाये रखें। उन्होंने कहा समाज में माता-पिता के सम्मान का भाव बढ़ाने के लिए बच्चे को बचपन से ही संस्कार दें, उन्हें बचपन से ही माँ-बाप का सम्मान और सेवा करना सिखाएं।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों को पढ़ाने वाली परमार्थ संस्था की पांच छात्राओं एवं कार्यकर्ताओं का अभिनन्दन किया गया। इसके साथ ही दो अनाथ बालिकाओं, पांच महिला निर्माण मजदूर, ग्यारह आंगनवाड़ी कार्यकर्ती, आशा बहुएं एवं नर्स, दो महिला ग्राम प्रधानों, दो स्वयं सहायता समूह की महिलाओं तथा स्वैच्छिक संस्थाओं का सम्मान किया।
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राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के घटक संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलोजी, लखनऊ के उत्तरी गेट का लोकार्पण भी किया तथा संस्थान के परिसर में बरगद का पौधारोपण किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप कुमार मिश्रा ने इस अवसर पर बताया कि आज ही के दिन 22 साल पहले ए.के.टी.यू. का अधिनियम पारित हुआ था। उन्होंने राज्यपाल को जानकारी दी कि संस्थान ने अब ग्राम सभाओं को गोद लेने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ की है तथा आज इस क्रम में डिजिटल एक्यूरेसी और लिटरेसी के लिए 11 ग्राम सभाओं को गोद लिया गया है।