
मोदी जी का जन्मदिवस राष्ट्र परिवर्तन दिवस के रूप में मनाया जाए : गोपाल राय
राय ने सवाल करते हुए कहा कि जब पंडित नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया जा सकता
लखनऊ। राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल राय ने कहा कि पूरे विश्व में मानवीय मूल्यों को लेकर चिंतित समस्त मानवतावादी एकटक मोदीजी की ओर देख रहे हैं। आज विश्व पटल पर जो वैचारिक क्रांति का उदघोष हुआ है उसके मूल में मोदीजी का दर्शन शास्त्र ही है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को उनके जन्मदिवस पर अग्रिम बधाई देते हुए अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित तमाम देशवासियों से आह्वाहन किया है कि मोदी जी का जन्मदिवस राष्ट्र परिवर्तन दिवस के रूप में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खूब धूमधाम से मनाएं और साथ ही उन्होंने देश के महामहिम राष्ट्रपति जी से भी इसके लिए बकायदा अधिसूचना जारी करने का निवेदन किया है।
ज्ञात हो कि 17 सितंबर को माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का जन्म दिवस है। श्री राय ने सवाल करते हुए कहा कि जब पंडित नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया जा सकता है,श्रीमती इंदिरा गांधी के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाया जा सकता है और राजीव गांधी का जन्मदिवस सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जा सकता है तब मोदी जी का जन्मदिन राष्ट्र परिवर्तन दिवस के रूप में क्यों नहीं मनाया जा सकता है?इस लोकतांत्रिक देश मे केवल कुलीन परिवारों के लोगों के नाम पर ही कोई दिवस मनाया जा सकता है क्या?मोदी जी एक गरीब पिछड़े परिवार से ताल्लूक रखते हैं
उन्होंने सत्ता में आने के बाद जो इस देश में ऐतेहासिक परिवर्तन लाया है वह वास्तव में काबिल ए तारीफ़ है और मोदी जी के सम्मान में उनके जन्मदिवस को राष्ट्र परिवर्तन दिवस के रूप में मानना देशवासियों के लिए एक गौरव का क्षण होगा। धारा 370,राम मन्दिर,तीन तलाक जैसे पेचीदा मुद्दों को जिस तरीके से मोदी जी ने सुलझाया है वह वाकई सराहनीय है।