Mission Kayakalp: वाराणसी पहले, गाजियाबाद दूसरे और बांदा जिला महिला अस्पताल तीसरे नम्बर पर
लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है। जाते-जाते साल ने प्रदेश के 92 अस्पतालों को कायाकल्प अवार्ड का तोहफा नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) ने दिया। रोगियों को बेहतर सुविधाये उपलब्ध कराने वाले अस्पतालों को अवार्ड से नवाजा गया है।
भारत सरकार की तरफ से कायाकल्प अवार्ड से सरकारी अस्पतालों को नवाजा जा रहा है। तीन चरणों में अस्पतालों की सुविधाओं का आंकलन कर अंक प्रदान किए जाते हैं। 70 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले अस्पतालों को अवार्ड प्रदान किया जाता है। यूपी के 127 जिला अस्पतालों का एक्सपर्ट की टीमों ने जायजा लिया। उसमें 119 चिकित्सालयों का अंतिम चरण के लिए चयन किया गया।
एक्सटर्नल असेमेंट के लिए विशेषज्ञों ने 119 में 92 चिकित्सालयों का चयन किया। वर्ष 2022-23 के लिए प्रदेश के 92 अस्पतालों का अवार्ड के लिए चयन किया गया है। नेशनल हेल्थ मिशन की तरफ से 29 दिसंबर को चयनित अस्पतालों को अवार्ड के लिए संदेश भेज दिया गया है।
कायाकल्प अवार्ड की सूची में वाराणसी पहले स्थान पर
वाराणसी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय को प्रथम, गाजियाबाद जिला महिला चिकित्सालय को दूसरा और बांदा के जिला महिला अस्पताल को तीसरा स्थान मिला है। इन अस्पतालों में 80 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त किये हैं। लखनऊ के सिविल, डफरिन, झलकारीबाई, राम सागर मिश्र, लोकबंधु, भाऊराव देवरस और टीबी संयुक्त चिकित्सालय को सांत्वना पुरस्कार मिला है।
इन्हें मिला सम्मान
बिजनौर, ललितपुर, बस्ती, आजमगढ़, अलीगढ़, बाराबंकी, हापुड़, कन्नौज, कानपुर नगर समेत अन्य जिला अस्पतालों को अवार्ड से नवाजा गया है।
कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित चिकित्सालयों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। बाकी चिकित्सालय के अधिकारी कर्मचारियों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। प्रदेश के अस्पतालों में तेजी से स्वास्थ्य सुविधाएं सुधार रही हैं। बाकी अस्पताल और मेहनत करें। ताकि अवार्ड की सूची में अगला नाम उनका है। हम सबका मकसद रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है। इसी दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है। सभी अस्पताल मेहनत करें। निश्चिततौर पर कामयाबी मिलेगी।
बृजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री