लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव सभी राजनीतिक दल अब धर्म नगरी वृंदावन के साधु-संतों पर नजर टिकाए हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा साधु संतों का वर्णन कर उनके साथ भोजन किया तो अब वही साधु संतों का मान बढ़ाने के लिए बसपा महासचिव भी उन्हें लुभाने के लिए वृंदावन आ रहे हैं। बता दें कि पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा कार्तिक पूर्णिमा के दिन साधु संतों का अभिनंदन करेंगे ।
साधु संतों की आरती की तैयारी में बसपा
गौरतलब है कि वृंदावन में आयोजित एक आश्रम में होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर विधायक और स्थानीय बसपा नेता गोपनीय तरीके से इस कार्यक्रम की तैयारी में जुटे हुए हैं वहीं विधानसभा क्षेत्र के विधायक और विधान सभा की आश्वासन समिति के अध्यक्ष श्यामसुंदर ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारी जानकारी नहीं है। साधु संतों के अभिनंदन कार्यक्रम का कार्यक्रम पार्टी की तरफ से है या महासचिव की तरफ से इसकी अभी कोई जानकारी सामने नहीं है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में 1000 से अधिक साधु संत उपस्थित रहेंगे इस दौरान उन सब सभी संतो की आरती उतार कर स्वागत किया जाएगा वहीं साधु-संतों को भोजन और दक्षिणा भी दी जाएगी।
पार्टी में नंबर दो पर हैं महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा
आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद पार्टी में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ही पार्टी में अपनी सबसे बड़ी हैसियत रखते हैं। सतीश चंद्र मिश्रा को सबसे अहम माना जाता है इससे पहले भी मिश्रा वृंदावन आते रहे हैं। माना जा रहा है कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में साधु संतों की अहम भूमिका हो सकती है यही वजह कि अब राजनीति को लुभाने के प्रयास में जुट गए हैं।