मदरसा बोर्ड के टॉपर्स को मंत्री धर्मपाल सिंह ने किया पुरस्कृत
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि मदरसों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जा रहा है और मदरसों की शिक्षा को गुणवत्तापरक एवं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन दुग्ध विकास, अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के 49 मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट, पुरस्कार राशि, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मदरसों में आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विकसित मदरसा ई-लर्निंग ऐप (MELA) का शुभारम्भ किया गया। बच्चों को पुरस्कृत करते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि इस आयोजन से सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि उनके अभिभावक भी प्रोत्साहित होंगे और अपनी परम्परागत शिक्षा में आधुनिकता के समावेश का स्वागत करेंगे। यह कार्यक्रम उ.प्र. मदरसा शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों के शैक्षिक उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि मदरसों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जा रहा है और मदरसों की शिक्षा को गुणवत्तापरक एवं प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि यह आयोजन राज्य सरकार की मुस्लिम बच्चों के एक हाथ में कुरान तथा एक हाथ में कम्प्यूटर और सबका साथ-सबका विकास एवं सबका विश्वास की नीति को धरातल पर लाने की प्रतिबद्धता का भी प्रत्यक्ष उदाहरण है।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग को उनके सर्वांगीण विकास के लिए सभी संसाधन और अवसर उपलब्ध कराकर समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है और अल्पसंख्यक विभाग की 100 दिन की कार्ययोजना में जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था उसे पूर्ण करके विभाग ने प्रशंसनीय कार्य किया है। इस अवसर पर मंत्री ने मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मदरसों की सेकेण्ड्री (मुंशी/मौलवी), सीनियर सेकेण्ड्री (आलिम), कामिल एवं फाज़िल की बोर्ड परीक्षा वर्ष 2020 में घोषित परिणाम में प्रदेश स्तर पर प्रत्येक कक्षा (सेकेण्ड्री, सीनियर सेकेण्ड्री, कामिल एवं फाज़िल) में सर्वोच्च अंक पाने वाले प्रथम दस यानी कुल 40 विद्यार्थियों को एक-एक लाख रूपये, टैबलेट, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र दिया। वहीं सेकेण्ड्री एवं सीनियर सेकेण्ड्री के गणित व विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों में से प्रदेश स्तर पर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले 09 विद्यार्थियों को 51-51 हजार रूपये, टैबलेट, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र ‘अरबी फारसी मदरसा विकास निधि’ से सम्मानित किया।