केंद्र पर महबूबा मुफ्ती ने साधा निशाना, कहा-कश्मीर में समान अधिकार के दावे सफेद झूठ
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र का केंद्रशासित प्रदेश के लोगों के पास भी अब समान अधिकार होने का दावा ‘‘सफेद झूठ’’ है।
प्रदेश में लोगों की प्रतिक्रिया के डर से हर बार सरकार जिस आसानी से ‘पूरी तरह बंदी’ लागू कर देती है। वह बेहद निहायत और तकलीफदेह ही संवेदनाहीन है।
जम्मू-कश्मीर में यह टिप्पणी महबूबा ने तब की जब अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मृत्यु के फौरन बाद बुधवार रात को अधिकारियों ने BSNL की पोस्टपेड सेवाओं को छोड़कर बाकी BSNL ब्रॉडबैंड और मोबाइल टेलीफोन सेवाएं को छोड़कर बाकी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थीं।
ट्विटर पर महबूबा ने लिखा, ‘‘भारत सरकार का यह संदिग्ध दावा सफेद झूठ है कि घाटी के लोग भी अब समान अधिकार रखते हैं। सच यह है कि उनके मृत या जीवित होने संबंधी बुनियादी मानवाधिकारों को भी निलंबित कर दिया गया है।’’
पूर्ववर्ती राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार घाटी में लोगों की प्रतिक्रिया के डर से हर बार जिस आसानी से संचार नेटवर्क को कश्मीर में ठप करने समेत ‘पूरी तरह बंदी’ लागू कर देती है, वह बेहद तकलीफदेह और निहायत ही संवेदनाहीन है।
उन्होंने कहा, ‘‘संवेदनाओं को समाप्त करने के लिए डर का माहौल बनाने का उनका दुस्साहस नुकसानदेह है गुस्से और धोखाधड़ी की ये भावनाएं अंदर पैठ कर लेती हैं और एक पीढ़ी से दूसरी में चली जाती हैं।’’
पीडीपी अध्यक्ष ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर को एक के बाद एक हर नीति सामूहिक सजा देने के लिए बनाई जाती है।
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