जम्मू कश्मीर में हैदरापोरा एनकाउंटर के बाद विरोध में उतरी महबूबा मुफ्ती
जम्मू और कश्मीर में, हैदराबादपोरा झड़प के बाद से राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है, सभी दलों ने इस घटना का विरोध किया है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती पहले ही झड़प को लेकर सवाल उठा चुकी हैं। रविवार को वह अपनी पार्टी के नेताओं के साथ श्रीनगर में राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन करने निकलीं। उन्होंने यह भी कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को इस संबंध में माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि आमिर का शव उनके परिवार को सौंप दिया जाना चाहिए। इस मामले की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था। श्रीनगर के अतिरिक्त जिलाधिकारी खुर्शीद अहमद शाह मामले की जांच कर रहे हैं। इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट 15 दिन में कौन सौंपेगा?
क्या है पूरा मामला
15 नवंबर को हैदराबाद में हुई झड़प में एक पाकिस्तानी आतंकवादी और उसका साथी मारा गया था। वहीं, अल्ताफ भट और मुदस्सर गुल भी मारे गए। पुलिस ने मामले में कहा कि अल्ताफ और मुदस्सिर आतंकवादियों के साथी थे, जबकि उनके रिश्तेदारों ने कहा कि वे निर्दोष और आम नागरिक हैं। उनके परिवार ने कहा कि यह घटना मुठभेड़ नहीं बल्कि हत्या थी। इसके बाद इस मुद्दे पर ये सवाल उठने लगे। 18 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के डिप्टी गवर्नर मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया कि हैदरपोरा एनकाउंटर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।