गलवान घाटी में शहीद दीपक सिंह की पत्नी ने लिया बड़ा फैसला, कर सकती है ये काम
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून 2020 को चीन से संघर्ष में शहीद बिहार के नायक दीपक सिंह की 23 साल की पत्नी रेखा देवी ने भी अपने पति की राह पर चलने का फैसला किया है।
शहीद दीपक की पत्नी ने ग्रहण किया था वीर चक्र
मप्र के रीवा निवासी रेखा देवी ने सेना में शामिल होने के लिए महत्वपूर्ण परीक्षा पास कर ली है। वह सेना में अधिकारी के रूप में सेवाएं देंगी। बता दें कि, शहीद दीपक सिंह बिहार रेजीमेंट की 16 वीं बटालियन में नायक थे। वह गलवान घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने के दौरान शहीद हो गए थे। वहीं उन्हें बीते साल मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया था। और दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी ने यह सम्मान ग्रहण किया था।
सर्विसेस सिलेक्शन बोर्ड परीक्षा की पास
रेखा देवी ने सर्विसेस सिलेक्शन बोर्ड (SSB) की परीक्षा पास कर ली है। इलाहाबाद में पांच दिन चले इंटरव्यू के बाद उनको चुना गया। अब उन्हें सेवा पूर्व प्रशिक्षण दिया जाएगा। हांलाकि, चयनित प्रत्याशियों की सूची संघ लोक सेवा आयोग की जारी किए जाने के पूर्व रेखा देवी को मेडिकल टेस्ट पास करना होगा। बता दें कि, शहीद सैन्य जवानों और अधिकारियों की पत्नियों को सेना में भर्ती होने के लिए यूपीएससी में कराई जाने वाली सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा सीडीएस में शामिल होने से छूट दी जाती है। यह पास करने के बाद ही एसएसबी इंटरव्यू देना होता है। इसके अलावा शहीदों की पत्नियों को आयु सीमा में भी छूट मिलती है। जबकि ओटीए के लिए आयु सीमा 19 से 25 साल है।
सेना में चिकित्सा सहायक थे नायक दीपक सिंह
नायक दीपक सिंह सेना में चिकित्सा सहायक थे। उन्होंने समय पर इलाज कर 30 भारतीय जवानों की जान बचाई थी। सात घंटे चले गलवान घाटी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। वहीं चीन के भी 40 से ज्यादा जवान और अधिकारी मारे गए थे। संघर्ष के दौरान ही नायक दीपक सिंह घायल जवानों की मदद के लिए मोर्चे पर पहुंचे थे। तभी चीनी सैनिकों की ओर से मारा गया एक पत्थर सिर में आकर लगा था। इसके बाद भी उन्होंने कई घायल जवानों की मदद की। लेकिन दीपक सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।