
आधार कार्ड ने बिहार में रुकवा दी शादी, जानें कैसे
प्रशासन ने कहा- नहीं हो सकता यह विवाह
Patna: देश में आमतौर पर आधार कार्ड का इस्तेमाल पहचान पत्र के तौर पर होता है। लेकिन बिहार के एक जिले में आधार कार्ड का इस्तमाल कर किसी की शादी रुकवा दी गई।
जैसा की आप सभी जानतें है अभी शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में कहीं शादी समारोह में खूब दावतें भी उड़ाई जा रही तो कुछ जगहों से शादी समारोह की खुशियों में ग्रहण लगने की खबरें आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला बेगूसराय जिले से सामने आया है। जहां एक नाबालिग लड़की की शादी करवाई जा रही थी। इसकी जानकारी किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन को दे दी। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची।
तो वहीं इस संबंध में बीडीओ विकास कुमार ने कहा कि शपथ पत्र देने के बाद भी अगर बाल विवाह कराया जाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बीडीओ ने बताया कि बरियारपुर निवासी लड़की की शादी समस्तीपुर जिले में होनी थी। आधार कार्ड के अनुसार लड़की की 18 वर्ष की आयु पूरी करने में अभी चार महीना शेष था। इसलिए शादी चार माह तक नहीं हो सकती है। शपथ पत्र पुत्री के पिता ने दिया। इसके बाद चार महीने तक के लिए शादी रोक दी गई। यह प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर शादी रुकने से वधु पक्ष में मायूसी देखी गई।