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दुनिया भर में जादू बिखेरने वाले जादूगर ओपी शर्मा पंचतत्व में विलीन, CM योगी समेत कई नेताओं ने जताया शोक
मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। हालांकि, देश-दुनिया के लोग आज उन्हें उनके जादू के लिए जानते हैं।
कानपुर: जादूगर ओपी शर्मा का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। कानपुर के भैरोघाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। अपने जादू से वैश्विक रंगमंच को चकित करने वाले जादूगर ओपी शर्मा का पूरा नाम ओम प्रकाश शर्मा था। उन्होंने सात साल की उम्र में जादू करना शुरू कर दिया था। बाद में उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। हालांकि, देश-दुनिया के लोग आज उन्हें उनके जादू के लिए जानते हैं।
देश-दुनिया में किए लगभग 38 हजार शो
ओपी शर्मा ने जीवन में लगभग 38,000 शो किए। वह अपने जादुई शो के जरिए सभी को अपना दीवाना बना लेते थे। छोटे बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक, हर आयु वर्ग के लोगों पर ओपी शर्मा का जादू उनके सिर चढ़कर बोलता था। उनके परिवार में पत्नी मीनाक्षी और उनके चार बच्चे, तीन बेटे और एक बेटी है। ओपी शर्मा के दूसरे बेटे सत्य प्रकाश शर्मा ने खुद को ओपी शर्मा जूनियर के रूप में स्थापित किया है।
राजनीति में भी सक्रिय थे ओपी शर्मा
जादूगर होने के साथ-साथ, ओपी शर्मा राजनीति में भी सक्रिय थे। गोविंदनगर विधानसभा से वह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ चुके हैं। समाजवादी पार्टी ने उनकी लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए 2002 में उन्हें गोविंद नगर से विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था। हालांकि, 2019 में वह भाजपा में शामिल हो गए।
भूत बंगला रखा घर का नाम
मूल रूप से बलिया के रहने वाले ओपी शर्मा का जन्म 1 अप्रैल 1952 को हुआ था। 1971 में शर्मा को स्मॉल आर्म्स फैक्ट्री, कानपुर में डिजाइनर की नौकरी मिल गई थी और वह अपने परिवार के साथ कानपुर शिफ्ट हो गए थे। उन्होंने सबसे पहले कानपुर के शास्त्रीनगर कॉलोनी में अपना बेस बनाया। इसके बाद उन्होंने बर्रा-2 में अपना घर बनवाया जिसे ‘भूत बंगला’ के नाम से भी जाना जाता है।
मुंबई में किया था पहला कामर्शियल शो
देश-विदेश में लगभग 38 हजार शो करने वाले ओपी ने अपना पहला कमर्शियल शो मुंबई में किया था। साल 2001 में, इंडियन मैजिक मीडिया सर्कल ने उन्हें राष्ट्रीय जादू पुरस्कार और ‘शहंशाह-ए-जादू’ की उपाधि दी थी। शनिवार रात करीब 11 बजे 71 साल की उम्र में उनका निधन होने से से भारत में ‘जादू’ के एक अध्याय का सफर हमेशा के लिए खत्म हो गया। 71 साल की उम्र में कानपुर के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और लंबे समय से इलाज करा रहे थे।
काला जादू जैसी कोई चीज नहीं
ओपी शर्मा हमेशा कहते थे कि दुनिया में काला जादू जैसी कोई चीज नहीं है बल्कि जादू आंखो का भ्रम है। वह कई बार अपने शो के दौरान सामाजिक संदेश भी देते थे। साथ ही साथ लोगों को तांत्रिकों के जादू से बचने के लिए जागरूक भी करते थे। उन्होंने कभी भी यह कहने से परहेज नहीं किया कि जादू साउंड लाइट और जादूगर की तेजी का नतीजा है। उन्होंने जादू के दौरान हाथ से भभूति निकाल कर दिखाया कि यह केमिकल रगड़ने से निकलती है न कि किसी जादू से।
सीएम योगी ने जताया शोक
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओपी शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम योगी ने एक ट्वीट में लिखा, अपनी नायाब कला के द्वारा दशकों से लोगों का मनोरंजन कर रहे प्रख्यात जादूगर श्री ओ.पी. शर्मा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके शोकाकुल परिजनों एवं असंख्य प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दें। ॐ शांति!”
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने जताया दुख
ओपी शर्मा के निधन से भारत में ‘जादू’ के एक अध्याय का सफर हमेशा के लिए खत्म हो गया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनके निधन पर शोक और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने करके ट्वीट लिखा, ‘कई दशकों से जादू के स्टेज के वन मैन शो, विश्व प्रसिद्ध जादूगर कानपुर निवासी श्री ओपी शर्मा जी के निधन की दु:खद सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों व प्रशंसकों को अपार दु:ख सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति’। ओपी शर्मा के निधन पर कई दिग्गज राज नेताओं ने दुःख जताया है।