लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शुरू की व्यावसायिक संपत्तियों की नीलामी की तैयारी
लखनऊ : अपनी व्यावसायिक संपत्तियों को बेचने के साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने आवासीय संपत्तियों की सूची बनाना शुरू कर दिया है। लविप्रा को उम्मीद है कि लविप्रा के खाते में इस बार कई सौ करोड़ रुपये आएंगे।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद हुई नीलामी में लविप्रा की संपत्तियों को खरीदने वालों संख्या कम थी। समय बीतने के साथ बाजार में आए सुधार से लविप्रा को इस बार भरोसा हुआ है।
अब तक न बिकी हुई संपत्तियों को लविप्रा ने गोमती नगर, शारदा नगर, जानकीपुरम, गोमती नगर विस्तार, अलीगंज, कानपुर रोड की योजनाओं में बेचेगा। कुछ ऐसी संपत्तियां जो निरस्त हुई हैं, उन्हें भी नीलामी में बेचा जाएगा।
लविप्रा सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि ई नीलामी के द्वारा इन व्यावसायिक संपत्तियां को बेचा जाएगा। जिससे पारदशिता बनी रहेगी और सब कुछ आनलाइन होने के कारण खरीददार परेशान भी नहीं होंगे।
लविप्रा इस बार ट्रांसपोर्ट नगर के उन जमीनों को शामिल करने जा रहा है जिन्हे गलत तरीके से रजिस्ट्री करवाया गया था। यह सभी व्यवासायिक भूखंड हैं। इसलिए लविप्रा इनकी भी नीलामी करेगा।
140 स्क्वायर फीट के जमीनों की हमेशा मांग रही है। गरीब वर्ग के लिए जनता क्वार्टर का पंजीकरण को गोमती नगर में खोला जाएगा। जिनकी संख्या 32 के करीब है। लविप्रा चाहता है कि सीजी सिटी के बड़े भूखंड जिनमें व्यापारी वर्ग की काम रुचि है, उनको भी खरीदा जाए।
ई-नीलामी में भाग वाले आवेदनकर्ताओं ने कहा कि आनलाइन नीलामी में अगर अकेला व्यक्ति है और बोली बढ़ाता है तो उसकी बोली स्वीकार की जाए। क्योंकि लविप्रा की गाइडलाइन में कही नहीं लिखा है कि सिंगल बिड को स्वीकार नहीं किया जायेगा। जब खरीददार बढ़ाकर पैसे दे रहे है और लविप्रा का लाभ भी मिल रहा है तो बोली स्वीकार करना चाहिए।
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