लखनऊ: पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने 27 अगस्त, 2021 को उनकी गिरफ्तारी के बाद हजरतगंज थाने में उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज के संबंध में पुलिस कमिश्नर लखनऊ से एफआईआर की मांग की है।
अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें 27 अगस्त को करीब ढाई बजे घर से उठा कर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर थाना हजरतगंज लाया गया था, जहां उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई। उन्होंने कहा कि थाना हजरतगंज की जीडी संख्या 44 में साफ लिखा है कि अमिताभ को कोई जाहिर चोटें नहीं थीं। इसके विपरीत शाम साढ़े पांच बजे सिविल अस्पताल में कराए गए मेडिकल में उनके शरीर पर छह मल्टीपल अब्रेजन की चोटें पायी गयीं, जिसकी पुष्टि अगले दिन 28 अगस्त को जेल में हुए मेडिकल में भी हुई।
15 मार्च को जेल से बाहर आए थे अमिताभ ठाकुर
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इन चोटों को थाने में हुई मारपीट का नतीजा बताते हुए तत्काल एफआईआर की मांग की है। आपको बता दें कि अमिताभ ठाकुर सात महीने जेल में रहने के बाद 15 मार्च, 2022 को जेल से बाहर आए।