गंगा की तरह ही आप सभी को अपने मन को भी पवित्र बनाना है: करौली शंकर महादेव
यशोदानगर पहुंचीं दंडवत यात्रा, पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत
कानपुर: करोली शंकर महादेव आश्रम की ओर से नशा मुक्ति और बलि प्रथा के विरोध में निकाली गई दंडवत यात्रा का श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। दूसरे दिन यात्रा बाबूपुरवा से शुरू होकर किदवई नगर होते हुए यशोदानगर पहुंची और यहीं विश्राम किया गया। इस दौरान करौली शंकर महादेव ने कहा कि गंगा की तरह ही आप सभी को अपने मन को भी पवित्र बनाना है। न छल और न ही कपट मन में रखना है। जिसका मन निर्मल होता और दोष रहित होता है प्रभु की प्राप्ति भी उसे ही होती है।
हमें बलि प्रथा का विरोध करना है
उन्होंने कहा कि हमें बलि प्रथा का विरोध करना है, लोगों को शराब, सिगरेट, बीड़ी, पान- तंबाकू आदि के सेवन से रोकना है। तभी हमारा भारत शोक मुक्त और रोग मुक्त बनेगा। किसी के प्रति अपने मन में द्वेष का भाव नहीं रखना है। सब सुखी हों, सब तरक्की करें ऐसा भाव अपने मन में रखें और लोक कल्याण की भावना के साथ हर काम करें। यह परमपूज्य बाबाजी का भी संदेश है, इसे सबको आत्मसात करना है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध चोपडा, महिला अध्यक्षा मीना द्विवेदी, विनय वर्मा, दुर्गेश मनी त्रिपाठी, आयुष द्विवेदी, मनोज तिवारी, पवन तिवारी, श्रीप्रकाश श्रीवास्तव और रमेश बाजपेई मौजूद रहे।