राजनैतिक स्वार्थ में संतोष कम और बेचैनी ज्यादा- मायावती
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार के द्वारा
संघ तुष्टीकरण की नीति मान रहे है लोग- मायावती
सरकार की नीयत में खोट माना जा सकता है- मायावती
आरएसएस पर भी बैन लगाने की माँग हो रही- मायावती
पीएफआई आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा है- मायावती
लखनऊ: उत्तर प्रदेश(up) की पूर्व मुख्यमंत्री ex.cm)और बहुजन समाज पार्टी(bsp) की अध्यक्ष मायावती(mayawati) ने केंद्र सरकार के द्वारा पीपल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (pfi)को प्रतिबंधित किए जाने के फैसले को राजनीतिक स्वार्थ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुष्टीकरण नीति का परिणाम बताया है।
मायावती ने कहा कि सरकार के इस फैसले से लोगों में संतोष की बाजार बेचैनी देखने को मिल रही है। ईएसआई बहन पर मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्र द्वारा पीपल फ्रंट ऑफ इंडिया पर देश भर में कई प्रकार के टारगेट करके अंता विधानसभा चुनाव से पहले उसके आठ सहयोगी संगठनों के साथ प्रतिबंध लगा दिया गया है, उसे राजनीतिक स्वार्थ वसंत तुष्टीकरण की नीति मानकर यहां लोगों में संतोष कब व बेचैनी ज्यादा है।
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मायावती ने दूसरे ट्वीट में कहा कि यही कारण है कि विपक्षी पार्टियां सरकार की नीयत में खोट मानकर इस मुद्दे पर भी आक्रोशित वह हमलावर हैं। यही कारण है कि विपक्षी दल लगाता r.s.s. पर भी बैन लगाने के खुलेआम मांग कर रहे हैं। मायावती ने कहा कि अगर पीएफआई देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है तो उस जैसे अन्य संगठनों पर भी बैन क्यों नहीं लगना चाहिए।