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कभी गोविंदा को काम दिलाने वाले, आज खुद आर्थिक तंगी से जूझ रहे
दादा साहेब फाल्के विनर हैं लीलाधर सावंत
बॉलीवुड में करीब 25 साल आर्ट डायरेक्टर के रुप में काम करने वाले लीलाधर इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। कभी दादा साहब फाल्के (Dadasaheb Phalke) अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने वाले डायरेक्टर (Director) के घर पर इन दिनों खानें के लाले पड़े हुए हैं। लीलाधर सावंत (Leeladhar Sawant) खुद बीमार और लाचार हो गए हैं।
तो वहीं मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में लीलाधर सावंत की पत्नी पुष्पा सावंत ने अपनी बदहाली के बारे में बताते हुए कहा कि काफी मुश्किल से जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में मैं बॉलीवुड के सितारों से अपील करती हूं कि लीलाधर ने जिन लोगों के साथ काम किया, वे लोग उनकी मदद के लिए आगे आए। साथ ही पुष्पा ने बताया कि लीलाधर की सेहत भी बेहद खराब है। उनकी दो बाइपास सर्जरी हो चुकी है। दो बार ब्रेन हैमरेज का अटैक भी आ चुका है। बीमारी में सारी जमा पूंजी खत्म हो गई।
मिला जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के वाशिम जिले में आर्ट डायरेक्टर लीलाधर अपनी पत्नी के साथ रह रहे हैं। उनका एक बेटा था जिसकी मौत कैंसर से हो गई और एक बेटी थी जिसकी शादी हो चुकी है। इस समय दोनों पति-पत्नी कमरे के किराए से मिलने वाली आय से किसी तरह गुजारा कर रहे हैं।
आपको बता दें कि एक समय ऐसा था जब लीलाधर सावंत फिल्मों में स्टेज बनाते थे। लीलाधर ने 100 डेज, दीवाना, सागर, हत्या, जैसी कुल 177 फिल्मों में आर्ट डायरेक्शन किया। जब डायरेक्टर कीर्ति कुमार फिल्म ‘हत्या’ बना रहे थे उस समय लीलाधर ने गोविंदा को फिल्म में लेने की गुजारिश की थी। उनके काम की वजह से ही उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का सबसे बड़ा अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के, फिल्मफेयर और मानिकचंद अवॉर्ड से सम्मानित किए गए हैं।