शराबबंदी अभियान में शिक्षकों के लगाने पर भड़के लालू, कहा कि – बच्चों की पढ़ाई हो रही है चौपट
पटना। बिहार सरकार द्वारा शराबबन्दी के कार्य में शिक्षकों को लगाए जाने में राज्य सरकार का राजद ने जमकर विरोध किया है। इसके साथ ही इस फैसले को वापस लेने की भी मांग को उठाया गया है।
इस मामले पर राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन का कहना है कि, “सरकार द्वारा प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यपकों, शिक्षकों, शिक्षा सेवकों एवं तालीम मरकजों के साथ विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों को गुपचुप तरीके से शराब पीने वालों और आपूर्ति करने वालों के बारे में मद्य निषेध विभाग को सूचित करने का आदेश जारी किया गया है।”
इसके आगे राजद प्रवक्ता ने बोलते हुए कहा कि, ” शिक्षकों के लाखों पद रिक्त रहने के कारण स्कूलों में सही तरीके से पढ़ाई नही हो रही है। पहले से ही शिक्षकों से कई अन्य काम लिए जाते रहे हैं। शिक्षकों की कमी से कई स्कूलों में ताला भी लटका रहता है। सरकार के इस नए फरमान से शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप हो जाएगी। सरकार को बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा महत्वपूर्ण काम शराबबंदी दिखाई पड़ रहा है। ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है कि सरकारी स्कूलों में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं। राजद नेता ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर सरकार सिर्फ तमाशा कर रही है। सारा प्रशासन इसी काम में लगा हुआ है फिर भी शराब का कारोबार चल रहा है।”
आपको बता दे कि, शराबबन्दी को लेकर चोरी – छिपे शराब पीने या शराब की आपूर्ति करने वालों की जासूसी का जिम्मा शिक्षकों को सौंपा गया है। शिक्षक इसकी पड़ताल कर के मद्य निषेध विभाग के नंबर-9473400378 और 9473400606 तथा टाल फ्री नंबर 18003456268/15545 पर सूचना देंगे। उनका नाम-पता गुप्त रखा जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक (आरडीडीई), जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को इस आशय का आदेश दे दिया। जिसपर राजद ने आपत्ति जताई है।