
कुम्भ कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़ा : मेला स्वास्थ्य अधिकारी और नोडल अधिकारी निलंबित
हरिद्वार कुंभ मेले में पायी गई टेस्टिंग फर्जीवाडे में मेला स्वास्थ्य अधिकारी और नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इसकी जानकारी स्वयं स्वास्थ्य मंत्री धन सिंंह रावत ने दी।
कुंभ मेले के दौरान कोरोना जाँच की जिम्मेदारी 24 सरकारी और निजी एजेंसियों को दी गई थी । इनमें दो एजेंसी मैक्स कारपोरेट सर्विसेज के अंदर काम कर रही थी।
इस सर्विस के अधीन काम करने वाली लैब में करीब एक लाख फर्जी टेस्टिंग का मामला सामने आया था।
ये मामला पंजाब के एक व्यक्ति द्वारा शिकायत करने पर सबके सामने आ पाया था। इस व्यक्ति के फ़ोन में कोरोना रिपोर्ट आयी थी। जबकि ये व्यक्ति हरिद्वार गया ही नहीं था। न ही उसने इस बीच कही भी कोरोना जाँच करवाई थी। जब ये मामला ICMR तक पहुंचा तो राज्य सरकार सकते में आ गई। उसने मामले की गंभीरता को देखते हुए जाँच करवाई।
प्रशासनिक स्तर पर CDO की अध्यक्षता में कमेटी को इसकी जांच सौंपी गई। साथ ही पुलिस के स्तर पर SIT इस मामले की जांच कर रही है।
CDO वाली कमेटी ने हाल में ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। माना जा रहा है कि मेला स्वास्थ्य विभाग ने नियमों को आड़े हाथों लेकर कोरोना टेस्टिंग के लिए एजेंसियां तय करी।
सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेला स्वास्थ्य अधिकारी डा अर्जुन सेंगर और नोडल अधिकारी एनके त्यागी को तत्काल प्रभाव के साथ निलंबित कर दिया है।
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