India - Worldworld

जानिए आखिर नेपाल में क्यों बैन हुए गोलगप्पे ?

नेपाल(Nepal) में पानीपूरी (गोलगप्पे) पर बैन लगा दिया गया है। जी हां आपने सही सुना, दरअसल नेपाल सरकार ने राजधानी काठमांडू में पानीपूरी पर प्रतिबंध लगा दिया है. यहां स्वास्थ्य मंत्रालय ने काठमांडू के एलएमसी में गोलगप्पे पर बैन लगा दिया है, क्योंकि घाटी के ललितपुर मेट्रोपिलिटन सिटी में हैजा के केस मिले हैं। इसके साथ ही ये दावा भी किया जा रहा है की पानी-पूरी में इस्तेमाल होनें वाले पानी में कॉलरा बैक्टीरिया पाया गया है। जिसे देखते हुए पानीपूरी पर बैन लगाया गया है।

ये भी पढ़े :- राष्ट्रपति चुनाव 2022 : आज यशवंत सिन्हा करेंगे नामांकन, शरद पवार समेत कई दिग्गज रहेंगे मौजूद

हैजा फैलने के बाद स्‍थानीय प्रशासन सख्‍त हो गया है और खुले में बेचे जाने वाली चीजों की जांच की जा रही है। इस रान गोलगप्‍पों के लिए इस्‍तेमाल होने वाले पानी में हैजा के बैक्‍टीरिया पाए गए हैं। इसके बाद शनिवार को ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी ने पानीपुरी की बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया।

ये भी पढ़े :- जम्मू – कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो आतंकी हुए ढेर

शहर पुलिस प्रमुख सीताराम हचेथु ने बताया कि, ”हैजा की रोकथाम के लिए कई कड़ी कदम उठाए जा रहे हैं। भीड़-भाड़ वाली जगहों और कॉरिडोर में पानीपुरी की बिक्री को रोकने की पूरी तैयारी कर ली गई है। इसके साथ ही लोगों को भी ऐसी चीजों से दूर रहने के लिए कहा जा रहा है जिससे हैजा का प्रकोप बढ़ सकता है।”

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने किया अलर्ट

– नेपाल के स्‍वास्‍थ्‍य और जनसंख्‍या मंत्रालय ने बताया कि काठमांडू घाटी में हैजा लगातार पैर पसार रहा है। हैजा के सात नए मामले     पाए गए हैं। इसके साथ ही घाटी में हैजा के कुल मामलों की संख्‍या एक दर्जन यानि 12 हो गई है।

– महामारी विज्ञान और रोग नियंत्रण प्रभाग के निदेशक चुमानलाल दास ने किया अलर्ट।

– दास ने बताया, काठमांडू महानगर में हैजा के पांच मामलों की पहचान की गई है और चंद्रगिरी नगर नगर पालिका और बुधनिलकांठा नगर पालिका में एक-एक मामले सामने आया।

ये भी पढ़े :- चारधाम यात्रा में नहीं थम रहा श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला, अब तक 205 तक पहुंचा आंकड़ा

ये फ़ैल रही बीमारियाँ 

– स्‍वास्‍थ्‍य और जनसंख्‍या मंत्रालय ने लोगों को किया आगाह, हैजा के लक्षण दिखते ही स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में जाएं।

– बरसात और गर्मी के मौसम में जल जनित बीमारियों के तेजी से फैलने के ज्‍यादा आसार होते हैं।

– साफ और ताजा भोजन खाने की दी जा रही है, सलाह।

 

 

Follow Us
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
%d bloggers like this: