अमरोहा: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को विधानसभा चुनाव में करारा झटका लगा है। माायवती का कोर वोटर भी पिछले चुनाव और इस चुनाव में उनके साथ नहीं आया। यही वजह रही कि, उन्हें सिर्फ एक सीट पर ही जीत नसीब हुई है।
मायावती के बनाए हुए जिले में भी पार्टी को जीत हासिल नहीं हुई है। बीते 15 सालों में एक भी बार बसपा ने यहां पर जीत दर्ज नहीं की है।
1997 में मुरादाबाद से अलग करके अमरोहा बनाया गया था। तब मुख्यमंत्री के पद पर मायावती बैठी हुई थीं। मायावती ने इसका नाम ज्योतिबाफूले नगर रखा था। लेकिन सरकार बदलने के साथ ही इसका नाम भी बदल गया और मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री बनते ही अमरोहा कर दिया था।
जिले के गठन के बाद से काफी समय तक इसे बसपा का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां पर बसपा के जनाधार में बीजेपी और अन्य दलों ने सेंधमारी करके अपने पाले में खींच लिया है।