
जानिए अक्टूबर माह में 115 कश्मीरी पंडितों ने किस वजह से किया पलायन, केंद्र ने बताई ये बात
दिल्ली। बीते कुछ दिनों पहले हुए जम्मू – कश्मीर में हुए हमले में एक बार फिर कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया गया हैं । जिसकी वजह से 115 पंडितों को मजबूरन कश्मीर से पलायन करना पड़ा है। ये सभी पंडित कश्मीर में अपने परिवार समेत बसे हुए थे।
राज्यसभा में केंद्र सरकार द्वारा दिये गए लिखित जवाब में बताया गया कि, अपना राज्य छोड़ कश्मीर गए कश्मीरी पंडित जो गए थे वे सभी सरकारी कर्मचारी हैं। सर्दियों की शुरुआत में अक्सर सरकारी कर्मचारी कश्मीर से पलायन करके सरकारी कामकाजों, पढ़ाई व अन्य वजहों ने जम्मू में रहने लगते हैं।
केंद्र सरकार के ऑपरेशन का दिखा असर
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशनों का ही असर है काफी हद तक नजर आ रहा है। यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ व आतंकी घटनाओं कमी आई है। राज्यसभा में केंद्र सरकार से पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए लिखित में जवाब दिया कि, 2018 के जम्मू कश्मीर में घुसपैठ और आतंकवादी घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार 2018 में घुसपैठ की कुल 143 घटनाएं हुईं थीं। जबकि साल नवंबर तक केवल 28 घुसपैठ की घटनाएं दर्ज की गईं हैं।
इसके बाद गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया कि, 2018 में 417 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि इस साल(21 नवंबर तक) 244 आतंकी घटनाएं हुई हैं। इतना ही नहीं अक्तूबर 2020 से अक्तूबर 2021 तक सुरक्षा बलों के 32 और जम्मू-कश्मीर पुलिस के 19 जवानों ने अलग-अलग घटनाओं में अपनी जान गंवा दी।