
जानिए हर्बल चाय के सेवन के अचूक फायदे….
एक तरफ कोरोना तो दूसरी तरफ प्रदूषित होती हवा, इनसे लोगों का जीना मोहाल हो गया है। लगातार घटते एक्यूआई का सीधा असर फेफड़ों पर होता है। जिसके चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं अस्थमा और फेफड़ों से जुड़े मरीजों के लिए लगातार घट रहा एक्यूआई जानलेवा साबित हो सकता है। मरीज़ों को सांस लेने में दिक्कत होती है और वायु प्रदूषण से दम घुटता है। ऐसे में इन मरीजों को अपना खास ध्यान रखने की जरुरत है। फेफड़ों की हिफ़ाज़त के लिए हर्बल प्रोडक्ट असरदार साबित होते हैं। अगर आप अपनी चाय के साथ हर्बल प्रोडक्ट मिलाकर पियेंगे। तो इससे प्रदूषित हवा का असर कम होगा। साथ ही धुएं से होने वाली एलर्जी से भी बचा जा सकता है।
लौंग- लौंग सर्दी-खांसी और जुकाम के मरीजों के लिए रामबाण का काम करती है। सर्दियों में लगातार बढ़ते प्रदूषण से बचने के लिए अपनी चाय में लौंग का इस्तेमाल जरुर करें। लौंग वाली चाय ने सिर्फ गले को साफ करती है, बल्कि फेफड़ों को डिटॉक्स भी करती है। इतना ही नहीं एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटीहिस्टामाइन से भरपूर लौंग शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में भी मदद करती है।
अदरक- आमतौर पर सभी घरों में पायी जाने वाली अदरक खांसी और कंजेशन को कम करती है। अदरक वाली चाय पीने से गले की खराश और फेफड़ों की सूजन में आराम मिलता है। दरअसस अदरक में जिंजरोल और अन्य यौगिक तत्व पाए जाते हैं जो किसी भी तरह की सूजन को कम करने में लाभदायक होते हैं।
दालचीनी- लौंग, अदरक की तरह ही दालचीनी में भी बहोत से प्राकृतिक गुण मौजूद होते हैं। दालचीनी वजन कम करने के साथ-साथ, मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाने और बॉडी फैट कम करने में बहोत उपयोगी है। दरअसल दालचीनी में पॉलिफेनॉल्स एंटीऑक्सिडेंट्स तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। जो ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। खासकर सर्दियों के मौसम में दालचीनी वाली चाय पीकर, इम्यूनिटी इम्प्रूव करने के साथ-साथ प्रदूषण से भी बचा जा सकता है।