भैरवनाथ के कपाट खुलने के साथ आज से शुरू होगा केदारनाथ धाम में आरती व पूजन
रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड(Uttarakhand) के बाबा केदारनाथ (Baba Kedarnath) रक्षक के लिए विराजमान भैरवनाथ (Bhairavnath)के कपाट शनिवार को खुल गए। परंपरा के अनुसार भैरवनाथ के कपाट खुलने के बाद ही केदारनाथ धाम में नित्य पूजाएं शुरू होंगी। केदारनाथ मंदिर से पांच सौ मीटर की दूरी पर पहाड़ी में भगवान भैरवनाथ का मंदिर स्थित है।
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वर्षों पुरानी है ये परंपरा
बीते शुक्रवार को बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए थे। लेकिन अभी मंदिर में सांय कालीन आरती व नित्य पूजाएं नहीं होंगी। वह इसलिए क्योंकि परंपरा के मुताबिक भैरवनाथ के कपाट खुलने के बाद ही केदारनाथ मंदिर में नित्य पूजाएं व भोग लगाया जाता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।
केदारनाथ के कपाट खुलने के पश्चात पहले आने वाले मंगलवार व शनिवार को ही भैरवनाथ के कपाट खोलने की परंपरा है। केदारनाथ में भैरवनाथ को भगवान केदार के रक्षक के रूप में माने जाते हैं।
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केदारनाथ मंदिर में आज से शुरू होगी संध्या आरती
भैरवनाथ मंदिर के पुजारी अरविंद शुक्ला ने बताया कि, ” सात मई यानी शनिवार को पौराणिक रीति-रिवाज एवं विधि विधान के साथ भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद ही केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना एवं भोग लगाया जाएगा।
शुक्रवार को केदारनाथ मंदिर में भक्त मात्र दर्शन कर सकेंगे, लेकिन पुरानी परंपराओं के अनुसार मंदिर में नित्य होने वाली पूजाएं एवं आरती नहीं होगी। भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुलने के बाद शनिवार रात्रि से केदारनाथ मंदिर में शाम की आरती शुरू होगी।”