झारखंड सरकार ने पारा शिक्षकों को हटाए ना जाने का दिया भरोसा
झारखंड सरकार के द्वारा पारा शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी दी गई है। राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने भरोसा दिलाया है कि एक भी पारा शिक्षक नहीं हटाए जाएंगे। राज्य में 65 हजार पारा शिक्षकों की संख्या है।
झारखंड में बिहार की तर्ज पर ही शिक्षक नियोजित किए जायेंगे। पारा शिक्षकों की शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता में इस बात पर समझौता हुआ है। पारा शिक्षकों की निर्धारण परीक्षा के आधार पर उनका स्थिरीकरण होगा।
परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए पारा शिक्षकों को तीन मौके मिलेगा। तीन बार में जो भी पारा शिक्षक पास नहीं हो पाएंगे, उन्हें सेवा से नहीं हटाया जाएगा। मंगलवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इस विषय विभाग के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। निर्धारित वेतनमान ही पारा शिक्षकों को मिलेगा। 100 अंकों की निर्धारण परीक्षा ली जाएगी। राज्य में भी बिहार से नियमावली मंगाकर उसे लागू करने पर विचार किया जाएगा।
पारा शिक्षकों के स्थायीकरण, वेतनमान, कल्याण कोष के लिए शिक्षा मंत्री ने आज बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पारा शिक्षक संघ के तीन प्रतिनिधियों को शामिल किया गया था। स्वस्थ होने के बाद जगरनाथ महतो की यह उनकी पहली बैठक है।
बिहार की तर्ज पर ही पारा शिक्षकों को नियुक्ति करने पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ वार्ता में सहमति बनी। 15 अगस्त से प्रस्तावित एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने अपना आंदोलन मुल्तवी कर दिया है।
वार्ता के बाद शिक्षा मंत्री ने अगली प्रक्रियाओं के लिए तारीख निश्चित कर दी है। 11 अगस्त को इसके अंतर्गत पारा शिक्षकों को रेगुलर करने को लेकर विभाग के पदाधिकारी बैठक करेंगे। मंत्री विभागीय पदाधिकारियों के साथ 12 अगस्त को बैठक करेंगे।
पदाधिकारी द्वारा तैयार होने वाली नियमावली की सूचना मंत्री को दी जाएगी। 18 अगस्त को शिक्षा मंत्री पारा शिक्षक के लीडर्स के साथ दोबारा बैठक करेंगे। पारा शिक्षकों के निवेदन पर निर्धारण परीक्षा में न्यूनतम 30 प्रतिशत अंक लाने पर भी वार्ता में सहमति बनाई गई है।
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा और प्राथमिक शिक्षक निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया पारा शिक्षकों के साथ वार्ता के क्रम में उपस्थित थे।