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झारखंड: JDU की इंट्री, NDA में बढ़ी बेचैनी, जानिए क्यों?
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अपने नेताओं कार्यकर्ताओं के लिए टास्क दिया वह भविष्य की ओर इशारा
बैठक में 10 से 15 सीटें जीतने की रणनीति पर काम करने के लिए कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को कहा
झारखंड: बिहार(BIHAR) में एनडीए(NDA) गठबंधन से अलग हुई जेडीयू (JDU) ने अब देश भर में अपने संगठन विस्तार और मजबूती की कवायद तेज कर दी। 22 साल पहले अलग हुए उनके राजनीतिक पेज पर संसदीय राजनीति का रन बटोरने जदयू मैदान पर उतर चुकी है। एक दौर था जब झारखंड में जेडीयू के आधा दर्जन विधायक हुआ करता लेकिन पिछले दो चुनावों में जदयू का खाता भी नहीं खुल पा रहा है रांची में जदयू के राज्य स्त्री कार्यकर्ता सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अपने नेताओं कार्यकर्ताओं के लिए टास्क दिया वह भविष्य की ओर इशारा करता है।
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बता दें कि सदस्यता अभियान में नया रिकॉर्ड कायम करने से लेकर अपने गौरवशाली राजनीतिक इतिहास को वापस लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वैसे झारखंड में जेडीयू को लक्ष्य निर्धारित करना आसान नहीं है वैसे तो इतना कहा जा रहा है कि जनता दल की पकड़ अभी झारखंड में मजबूत है। इसलिए बैठक में 10 से 15 सीटें जीतने की रणनीति पर काम करने के लिए कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को कहा गया है।
राष्ट्रीय दल ललन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार समस्याओं से जूझने की वजह से भाग रही है महंगाई और बेरोजगारी के सवाल पर चर्चा तक नहीं हो रही है। हर साल 200000 लोगों को रोजगार देने की बात करने वाली क्या सरकार 1600000 युवाओं को भी रोजगार नहीं दे पाई है।