
जम्मू-कश्मीर :इस बार भी नहीं सजेगा बाबा चमलयाल की दरगाह पर लगने वाला मेला
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाबा चमलयाल की दरगाह पर हर वर्ष लगने वाला मेला इस बार में भी नहीं सजेगा। जून माह के अंतिम वीरवार को आयोजित होने वाला मेला तीन वर्ष से नहीं सजा है। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस बार भी मेले का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
आपको बता दें कि 2018 में पाकिस्तानी गोलाबारी में बीएसएफ के जवान शहीद हो गए थे। इसके चलते गांव के निवासियों और बीएसएफ के अधिकारियों ने मेला रद्द कर दिया, और न ही पाकिस्तान को शक्कर और शरबत दिया था , और न ही पाक रेंजर्स से चादर स्वीकार करी थी । 2019 में कोरोना की महामारी के चलते प्रशासन द्वारा मेला रद्द कर दिया और इस बार भी प्रशासन और कमेटी ने फैसला किया है कि कोरोना के चलते इस बार भी मेले का आयोजन नहीं होगा। सिर्फ गांव के ही कुछ लोग ही बाबा चमलयाल की दरगाह पर चादर चढ़ाने पहुंचेंगे। जब बाबा दिलीप सिंह मनहास का पाक के कुछ शरारती तत्वों ने गला काटा था तो सिर वहीं गिर गया और उनका घोड़ा उनके शरीर को लेकर सीमावर्ती गांव चमलयाल आकर समा गया।