
फेल हुआ इसरो का मिशन, नहीं हो पाया उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण
वैसे तो यह प्रक्षेपण इस साल अप्रैल या मई में ही होना था, लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते इसे रोक दिया गया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारत की पहरेदारी के लिए श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण किया। लेकिन यह मिशन फेल हो गया। यह उपग्रह धरती पर निगरानी रखने के लिए प्रक्षेपित किया जा रहा था। यह मिशन उपग्रह में क्रायोजेनिक इंजन में आई तकनीकी खराबी की वजह से सफल नहीं हो पाया।
फेल हुआ मिशन
इसरो अध्यक्ष के सिवन ने कहा कि प्रक्षेपण के क्रायोजेनिक चरण में देखी गई तकनीकी दिक्कतों के कारण इसरो का GSLV-F10/EOS-03 मिशन पूरी तरह से पूरा नहीं हो सका। जीएसएलवी-एफ 10 रॉकेट के जरिए भू्-अवलोकन उपग्रह ईओएस-03 के प्रक्षेपण के लिए 26 घंटे की उल्टी गिनती श्रीहरिकोटा में बुधवार को शुरू हुई थी।
खबरों के मुताबिक, इसरो ईओएस-03 उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने में विफल रहा है। 2017 के बाद से किसी भारतीय अंतरिक्ष प्रक्षेपण में यह पहली विफलता है। इससे पहले इसरो के लगातार 14 मिशन सफल हुए हैं। फरवरी में ब्राजील के भू-अवलोकन उपग्रह एमेजोनिया-1 और 18 अन्य छोटे उपग्रहों के प्रक्षेपण के बाद 2021 में इसरो का यह दूसरा प्रक्षेपण था।
वैसे तो यह प्रक्षेपण इस साल अप्रैल या मई में ही होना था, लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते इसे रोक दिया गया था। इस अभियान का उद्देश्य नियमित अंतराल पर बड़े क्षेत्र की वास्तविक समय पर तस्वीरें उपलब्ध कराना, प्राकृतिक आपदाओं की त्वरित निगरानी करना और कृषि, वनीकरण, जल संसाधनों तथा आपदा चेतावनी प्रदान करना, चक्रवात की निगरानी करना, बादल फटने आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करना था।
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