International Day of Non-Violence 2020: किसने दिया है गांधी जी को महात्मा गांधी का नाम, खास दिन पर डालते हैं उनके जीवन पर एक नजर
महात्मा गांधी का जन्म 151 साल पहले 2 अक्टूबर 1869 को हुआ। यह दिन पूरे देश में गांधी जयंती के रूप में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस खास दिन पर पूरा देश महात्मा गांधी यानी कि बापू को याद करता है। बापू का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। विश्व पटल पर अहिंसा के के प्रतीक माने जाते है।
गांधी जी बनना चाहते थे डॉक्टर
साल 1887 में मोहनदास ने बंबई यूनिवर्सिटी से मैट्रिक की परीक्षा पास की। गांधी जी डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन वैष्णव परिवार से होने के कारण उन्हें चीर फाड़ की अनुमति नहीं थीं। गांधी जिनको फिर अपने मन के खिलाफ पेशा चुनना पड़ा।फिर वे बैरिस्टर की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। इसके बाद गांधी जी ने कई जगह भ्रमण किया।
गांधी जी की भारत वापसी
1914 में गांधी जी भारत लौट आए। देश के लोगों ने उन्हें महात्मा पुकारना शुरू कर दिया। इसके बाद महात्मा गांधी सामाजिक और राजनीतिक बुराइयों को हटाने में जुट गए।
गांधी जी को कैसे मिला महात्मा नाम
महात्मा को संस्कृत से लिया गया है। इस शब्द का अर्थ होता है महान आत्मा। गांधी जी को पहली बार कवि रविन्द्र नाथ टैगोर ने महात्मा शब्द से संबोधित किया था।हालांकि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि गांधी जी को सबसे पहली बार 1915 में राजवैद्य जीवन राम कालिदास ने उन्हें महात्मा कहकर संबोधित किया था, लेकिन इतिहास की ज्यादातर किताबों में यही पढ़ने को मिलता है कि सबसे पहले रविंद्रनाथ टैगोर ने ही उन्हें महात्मा शब्द से संबोधित किया था। मार्च 1915 गांधी जी और टैगोर की पहली मुलाकात शांति निकेतन में हुई थी। इसके बाद से इन दोनों महापुरूषों ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया।
जब किस था रॉकेट एक्ट कानून का विरोध
महात्मा गांधी ने फरवरी 1919 में रॉकेट एक्ट कानून पर अंग्रेजों का विरोध किया था। कानून के तहत मुकदमा और जेल भेजने का भी प्रावधान है।
सत्याग्रह आंदोलन चालाया
गांधी जी ने सत्याग्रह आंदोलन की घोषणा की इसके बाद से राजनीति में काफी बड़ा भूचाल आया। इसने 1919 के बसंत में समूचे उपमहाद्वीप को झकझोर दिया।
महात्मा गांधी ने किए कई आंदोलन
महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता दिलाने के लिए एक नहीं कई आंदोलन किए हैं। जैसे चंपारण सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह, दलित आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, दांडी यात्रा, नागरिक अवज्ञा आंदोलन।
स्वतंत्र भारत के लिए गांधी जी का योगदान
मोहनदास करमचंद गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिए एक प्रमुख राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता थे। उन्हें अहिंसक विरोध के सिद्धांत के लिए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हुई। विश्व पटल पर महात्मा गांधी शांति और अहिंसा का प्रतीक हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2007 से गांधी जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप मनाने की घोषणा की थी।