इंद्राणी मुखर्जी ने लिखा सीबीआई को लिखा खत, कहा “जिंदा है शीना बोरा”
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सबसे चर्चित शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने बेटी शीना बोरा के जिंदा होने का सबसे बड़ा दावा कर दिया है। इंद्राणी ने CBI डायरेक्टर को एक चिट्ठी लिखकर दावा किया है कि उसकी बेटी शीना जिंदा है और वो कश्मीर में रह रही है। अगर इंद्राणी की बात सच मानें तो रायगढ़ के जंगल से मिले लाश के अवशेष फिर किसके थे, वो लाश किसकी थी?
रायगढ़ के जगंल में मिली थी लाश
CBI ने जांच में खुलासा किया था कि शीना बोरा की हत्या साल 2012 के अप्रैल में की गई थी और लाश को रायगढ़ के पेन इलाके में जंगल के बीच दफ्न कर दिया गया था। ये हत्याकांड एक राज ही बनकर रह जाता, लेकिन 23 मई 2012 को ही गांव वालों को जंगल में दफन लाश का पता चल गया था।
पुलिस ने नहीं दर्ज किया था केस
जब गांव वालों को जंगल में लाश मिली थी तब उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी लेकिन पेन थाना पुलिस ने लाश को जमीन से निकलवाकर पहचान करने की कोशिश की और जब कुछ पता नहीं चला तो फिर दफ्न कर दिया। और फिर एक दिन साल 2015 के दौरान ये मामला चर्चाओं में आ गया। क्योंकि मरने वाली युवती शीना बोरा एक हाई प्रोफाइल परिवार की लड़की थी। जो हत्या से पहले ही घर से लापता थी।
फोरेंसिक रिपोर्ट में भी हुई थी पहचान
एम्स की फोरेंसिक रिपोर्ट ने भी रायगढ़ के जगंल में मिले लाश के अवशेष शीना बोरा के होने की पुष्टि की थी। ये रिपोर्ट CBI को सौंप दी गई थी। इस रिपोर्ट को बनाने से पहले तीन तरह से जंगल में मिली लाश का परिक्षण किया गया था और तभी इस बात की पुष्टि गई थी।
चिठ्ठी और दावा
मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने CBI निदेशक को लिखे खत में दावा किया कि उसकी मुलाकात जेल में एक महिला से हुई थी। जिसने उसे बताया कि वो कश्मीर में शीना बोरा से मिली थी। इंद्राणी ने खत में कहा कि अब CBI कश्मीर में शीना बोरा को तलाश करे। आपको बता दें कि इंद्राणी 2015 से मुंबई की बायकुला जेल में बंद हैं।
दावे से जांच पर गंभीर सवाल
अब इंद्राणी के दावे ने CBI और केस से जुड़ी तमाम एजेंसियों की जांच को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर इंद्राणी के दावे में सच्चाई है तो जिस लड़की की लाश रायगढ़ के जंगल से मिली थी, वो लड़की कौन थी? उसकी हत्या किसने की? उसके कत्ल के पीछे कातिल का क्या मकसद था? आखिर कत्ल की इस साजिश का मुख्य किरदार कौन था? ऐसे तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब सीबीआई को नए सिरे से तलाशने होंगे।