
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए 24 जून को होगी अहम बैठक
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए 24 जून को डब्लयूएमसीसी की अहम बैठक होगी. डब्लयूएमसीसी का गठन भारत और चीन के सीमा मामलों को बातचीत से सुलझाने के लिए गया है. यह डब्लयूएमसीसी की 22वीं बैठक होगी.
बीते एक साल से भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध सुलझाने के लिए बातचीत की जा रही है. इसी कड़ी में 24 जून को यह बैठक हो रही है. इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की वार्ताएं भी होनी हैं.
बता दें की डब्ल्यूएमसीसी की 21वें दौर की बैठक 12 मार्च को हुई थी, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर संवाद की कवायद रुकी है.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में भारत पीपी15 और पीपी17ए जैसे बिंदुओं से सैन्य मौजूदगी घटाने के फार्मूला पर होगा, जहां दोनों तरफ से सैनिक मोर्चाबंदी अब भी मौजूद है. क्योंकि मोर्चाबंदी हटाए बिना तनाव घटाने और शांति बहाली मुमकिन नहीं है.
बता दें कि चीन ने 9 अप्रैल को हुई सैन्य कमांडर स्तर वार्ता में हॉटस्प्रिंग (पीपी15) और गोगरा (पीपी17ए) जैसे इलाकों से अपनी सैन्य मौजूदगी हटाने से इनकार कर दिया था. ऐसे में भारत ने भी इन मोर्चों पर अपने सैनिकों को तैनात कर रखा है. पहले की तुलना में इन दोनों ही इलाकों में सैनिकों की मौजूदगी कम हुई है. वहीं फरवरी 2021 में दोनों देशों की आपसी साझेदारी से पैंगोंग झील के उत्तर व दक्षिणी इलाकों से दोनों पक्षों ने अपनी सैन्य मौजूदगी घटा ली थी. लद्दाख में फैली वास्तविक नियंत्रण रेखा के कई मोर्चों पर सैन्य असहमति के बिंदु बरकरार हैं.
ये बैठक ही भारत और चीन के बीच रुकी शीर्ष स्तर संवाद समेत द्विपक्षीय रिश्तों की प्रक्रिया का भविष्य तय करेंगे.