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बिहार में कोरोना मामलों में दर्ज की गई बढ़त, प्रशासन ने दिए लोगों को मास्क और शारीरिक दूरी के निर्देश

सहरसा। देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढत दर्ज की जा रही है. ऐसे में बिहार के कुछ जिलों में हर दिन कुछ मामले सामने आ रहे है.  जिले में हर दिन जांच में तीन से पांच लोग कोरोना पाजिटिव मिल रहे हैं। वही लोगों में अब कोरोना को लेकर बेफिक्री साफ देखी जा सकती है. इसको लेकर बिहार प्रशासन ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने को लेकर निर्देश जारी किये है.

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प्रदेश में सामने आएं इतने संक्रमण के मामले 

सरकारी रिपोर्ट द्वारा जारी किये आंकड़ों  में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 10 ही है। लेकिन सिर्फ शहरी क्षेत्र की बात करें तो सदर अस्पताल व रेलवे स्टेशन पर हो रहे जांच में तीन से पांच मरीज मिल रहे हैं।  हालांकि स्वास्थ्य महकमा भी इस दिशा में उदासीन ही बनीं हुई है। विभाग का मानना है कि एंटीजन जांच में जो लोग पाजिटिव आ रहें उनकी आरटीपीसीआर जांच कराने पर अधिकांश का रिपोर्ट निगेटिव आता है। वैसे स्वास्थ्य विभाग लोगों को सतर्कता बरतने का आग्रह लगातार कर रही है।

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बरतें सावधानी

– घर से निकलने पर मास्क हमेशा पहने व बार-बार मास्क को छूने से बचे।

– शारीरिक दूरी बनाकर रखें, भीड़भाड़ में जाने से बचे।

– हाथ बार-बार धोते रहे या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

– लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच कराएं।

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जांच स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा सदर अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों एवं रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की जांच की जाती है। विभाग द्वारा दी गयी जानकारी में बताया गया कि, प्रतिदिन दो हजार लोगों की जांच हो रही है। इनमें जो लोग पाजिटिव मिल रहे हैं उसे होम आइसोलेसन में रखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर जांच करने से भी लोग कतराते रहते हैं। रेलवे स्टेशन हो या अस्पताल जो खुद जांच कराने आगे आते हैं उनकी ही जांच हो पाती है। जबकि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान हर व्यक्ति की जांच की जाती थी। कोरोना की जांच सदर अस्पताल व रेलवे स्टेशन के अलावा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हो रही है। मरीज मिलने पर उपचार के साथ ही होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है।

– डा. एसपी विश्वास, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल।

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