योग सप्ताह की शुरुआत, योगी सरकार के मंत्री बोले- पूरे विश्व को भारत ने दी बहुमूल्य धरोहर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आज से योग सप्ताह की शुरुआत हो गई है। राजधानी स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में योग सप्ताह एवं वेलनेस कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, मंत्री डॉ. वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण सक्सेना और आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ मौजूद रहे। इस दौरान जयवीर सिंह ने कहा है कि योग हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा प्रदान की गयी एक बहुमूल्य धरोहर है जिससे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व को परिचित कराया। आज दुनिया के अधिकांश देश योग को प्राथमिकता दे रहे हैं। योग सिर्फ अध्यात्म से जुड़ने का मार्ग नहीं बल्कि शरीर को स्वस्थ एवं निरोग रखने की कला है। आज भौतिकवाद से पीड़ित मानवता को विभिन्न असाध्य रोगों से बचाव के लिए योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।
सफलता की सीढ़ी के लिए योग जरूरी
जयवीर सिंह ने कहा कि जीवन की सफलता की सीढ़ी के लिए योग अहम है। योग से व्यक्ति स्वस्थ होता है। परिवार स्वस्थ होता है। समाज स्वस्थ होता है और स्वस्थ समाज से देश प्रगति की राह में आगे बढ़ता है। हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सतत प्रयास है कि सभी निरोग रहें, इसी भावना के तहत हर आंगन योग ध्येय वाक्य से इस वर्ष का अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का पूरी मनोयोग से निर्वहन करें तो भारत एक दिन अवश्य विकसित राष्ट्र बन जायेगा।
वन मंत्री ने दी योग सप्ताह की बधाई
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरूण कुमार सक्सेना ने सभी को योग सप्ताह की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आयुष मानवता की सेवा करता है। लोग परेशानियों में अथवा बीमारियों में आयुष विभाग के पास आते हैं और स्वस्थ होकर घर वापस जाते हैं। इस प्रकार आयुष विभाग बीमार, परेशान लोगों की सेवा करता है। उन्होंने कहा कि योग आपकी हेल्थ को प्रमोट करता है। आज पूरी दुनिया में योग को विशेष रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ठीक है तो सब ठीक है। उन्होंने एक श्लोगन लोगों को दिया। ‘‘जो फिट है, वही हिट है’’। उन्होंने कहा कि वन विभाग अन्य विभागों के सहयोग से ईको पर्यटन को लोकप्रिय बनाने के लिए कार्य कर रहा है।
पीएम मोदी और सीएम योगी ने योग को जन-जन तक पहुंचाया
वहीं, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि योग पहले हिमालय की गुफाओं एवं कन्दराओं का विषय माना जाता था। हमारे ऋषि, महर्षि एवं मनीषियों द्वारा पुरातन काल से इन जगहों पर रहकर योग किये जाने के प्रमाण हैं लेकिन प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को इस बात के लिए बधाई कि उन्होंने इस विधा को जन-जन तक पहुंचाया। 21 जून को पूरा विश्व योग के लिए एक साथ खड़ा होता है। उन्होंने वन मंत्री एवं पर्यटन मंत्री को धन्यवाद दिया कि तीनों विभागों के सांझा प्रयास से ईको टूरिज्म के क्षेत्र में बेहतर प्रयास करने के लिए नीति बनाया, जिससे कि लोगों को पर्यटन के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक आयुष विद्यमान है। उत्तर में जहां सिंगपा है वहीं दक्षिण भारत सिद्धा के माध्यम से लोगों तक आयुष की सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमारे देश में आयुष की सभी विधाएं जैसे-आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी इत्यादि मौजूद हैं। यूनानी और होम्योपैथ का सबसे बड़ा पोषक भारत ही है। उन्होंने कहा कि सभी विधाएं लोगों के स्वास्थ्य को उत्तम बनाने के लिए हैं। उन्होंने सभी से योग करने एवं निरोग रहने हेतु आह्वान किया।