ओमिक्रान के केसेज को देखते हुए चुनाव आयुक्त को हाईकोर्ट ने दिए सुझाव
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव में उमड़ने वाली भीड़ से कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन भी तबाही मचा सकता है। कोरोना के साथ ओमिक्रॉन संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी चुनाव में आने वाली भीड़ पर चिंता जाहिर की है। उच्च न्यायालय ने फरवरी से चुनाव एक-दो महीने टालने का सुझाव दिया है।
हाईकोर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयुक्त से चुनाव टालने का अनुरोध किया है। उन्होंने चुनावी रैलियों व सभाओं पर रोक लगाने का अनुरोध करते हुए कहा कि चुनाव प्रचार टीवी, समाचार पत्रों के माध्यम से किया जाए।
यूपी में ओमिक्रोन के मिले दो मामले
दरअसल, खतरा इसलिए भी ज्यादा है, क्योंकि दिल्ली से लखनऊ के बीच प्रतिदिन उड़ने वाली 50 फ्लाइट को 80 फीसदी एयर ट्रैफिक मिल रहा है। राजधानी स्थित चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर आने वाले हर यात्री की जांच का दावा किया जा रहा है। लेकिन, आंकड़ों में हर रोज सिर्फ 100 यात्रियों के सैंपल ही कोविड जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भी अब तक दो ओमिक्रॉन पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।
देश में ओमिक्रॉन संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। क्रिसमस से लेकर नए साल के जश्न तक को लेकर कई पाबंदियों का ऐलान किया गया है। इनको राज्यों को अपने स्तर पर लागू करना है।
केंद्र सरकार ने राज्यों को कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
प्रदेश सरकार नाइट कर्फ्यू लगाए व सख्ती बरते।
मल्टीप्लेक्स, सिनेमा हॉल, जिम में डबल वैक्सीन लगाने वालों को ही प्रवेश मिले।
मास्क अनिवार्य किया जाए, न लगाने वालों पर जुर्माना लगेगा।
कॉलेजों में भी दोनों डोज लगवाना अनिवार्य रहेगा।
किसी भी बंद परिसर में 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालन किया जाए।