वैदिक मंत्रोच्चार के बीच केदारनाथ धाम के खुले दरबार, कपाट खुलने के साथ ही हजारों भक्तों ने किए दर्शन
उत्तराखंड : केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट आज (शुक्रवार) सुबह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुल गए। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी(CM Pushkar Singh Dhami) भी मौजूद रहे। ठंड में छह महीने बंद रहने के बाद कपाट को श्रद्धालुओं के लिए खुल दिया गया है।
इस दौरान करीब 10 हजार श्रद्धालुओं मौजूद रहे। मंदिर के कपाट खुलने के मौके पर बहुत ही आकर्षक सजावट की गई । सूत्रों की माने तो केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से भव्य रुप से सजाया गया है। बता दें कि सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए हैं।
छह महीने समाधि लेते है बाबा केदारनाथ
ऐसी मान्यता है कि बाबा केदारनाथ जगत के कल्याण के लिए छह महीने सामधि में रहते हैं और कपाट खुलने के साथ ही बाबा समाधि से जागते हैं और भक्तों को अपना दर्शन देते हैं।
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छह महीने के लिए बंद होते है मन्दिर के कपाट
आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड(Uttarakhand) के रूद्रप्रयाग(Rudraprayag) जिले में स्थित है। सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सभी चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल दोबारा अप्रैल-मई में खोले जाते हैं । गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट पहले ही खुल चुके हैं जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुलेंगे।
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आदिगुरु शंकराचार्य कराया था केदारनाथ मन्दिर का निर्माण
केदारनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। महाभारत काल में यहां भगवान शंकर ने पांडवों को बेल के रूप में दर्शन दिया था। इस मंदिर का निर्माण 8वीं-9वीं सदी में आदिगुरु शंकराचार्य ने कराया था।