UP में नहीं चलेंगे हुक्का बार: जहरीली शराब से मौत पर नपेंगे अधिकारी, सीएम योगी का सख्त निर्देश
योगी ने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ प्रदेश ने अभियान शुरू किया
- मुख्मयंत्री ने कहा- नशे के कारोबारियों के खिलाफ चलाएं अभियान, लापरवाही पर तय होगी जवाबदेही
लखनऊ: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ(YOGI ADITYANATH) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग(VIDEO CONFERENCING) के जरिए शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, बारिश और औद्योगिक निवेश की संभावनाओं की समीक्षा की। इसमें मंडल, जोन, रेंज, पुलिस कमिश्नरेट व अधिकारी और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष शामिल रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ प्रदेश ने अभियान शुरू किया है। हमें अब इसे निर्णायक मोड़ पर ले जाना होगा। जहरीली शराब से उत्तर प्रदेश में मौत की घटनाएं देखी गई हैं, लेकिन ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। इसके लिए सभी जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान, डीएसपी और थानाध्यक्ष को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
लखनऊ: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण
ड्रग माफियाओं के खिलाफ चलाएं बड़े आंदोलन
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में हुक्का बार (HUKKA BAR)प्रतिबंधित है और इनका संचालन किसी भी दशा में नहीं होना चाहिए। यह अभियान बेहतर टीम वर्क के साथ ड्रग माफियाओं के खिलाफ बड़े आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे समाज विरोधी जो युवाओं को नशे के अंधेरे में ढकेलते हैं, उनकी पहचान करें। ऐसे हर छोटे-बड़े अराजक तत्वों की सूची थाना स्तर पर तैयार की जाए और इनके अड्डों पर छापेमारी हो। मुख्मयंत्री ने कहा कि रेलवे स्टेशन के आस-पास पेट्रोलिंग बढ़ाएं और जीरो टॉलरेंस के साथ कठोर कार्रवाई करते हुए ड्रग माफिया से प्रदेश को मुक्त कराने की कार्रवाई हो। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी गड़बड़ी की सूचना मिलने पर पहली जवाबदेही थानाध्यक्ष की सुनिश्चित की जाएगी। लापरवाही इस अभियान में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नशे की लत में आए युवाओं की काउंसिलिंग जरूरी
सूबे के मुखिया ने कहा कि नशे की चपेट में आ चुके युवाओं के हॉस्पिटल में इलाज, काउंसिलिंग और पुनर्वास के लिए कार्य योजना बनानी होगी। इस दिशा में स्थानीय स्तर पर अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं काम कर रही हैं। ऐसे में उनका सहयोग लेकर नशा मुक्ति के लिए कोशिश की जाए। उन्होंने कहा कि हमें नशे के खिलाफ आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए अपने बच्चों को इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना होगा। इसके लिए स्कूलों में बच्चों के बीच नशे के खिलाफ निबंध, पोस्टर और वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि के जरिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएं।
समस्या होने पर अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में करें फोन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर फील्ड में तैनात किसी अधिकारी को जनहित के काम में कोई समस्या या असुविधा हो रही हो और शासन स्तर से सहयोग नहीं मिल रहा हो तो वो बेहिचक सीएम ऑफिस को सूचित करें। मैं खुद 24×7 आपकी समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए उपलब्ध हूं। मुझ से बिना संकोच संपर्क कीजिए। डीएम खुद इनिशिएटिव लेकर हेल्थ एटीएम की स्थापना की कोशिश करें। किसी एक पीएचसी/सीएचसी पर इसकी स्थापना कराएं। इसे नजदीक के किसी हॉस्पिटल से संबद्ध करें और प्रशिक्षित पैरामेडिक्स की तैनाती करें।