
हिमाचल प्रदेश : लाहौली में फंसे 178 पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया
लाहौल और स्पीति जिला प्रशासन ने आज लगभग 178 पर्यटकों को सीढ़ी, रस्सियों और ज़िप लाइनों की मदद से रेस्क्यू किया। अभी भी 66 पर्यटक को रेस्क्यू करना बाकी है।
लगातार दूसरे दिन खराब मौसम के कारण फंसे पर्यटकों को एयरलिफ्ट करने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा संचालित नहीं की जा सकी। इसके चलते रेस्क्यू कार्यों में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित लाहौल घाटी का हवाई सर्वेक्षण करने की भी योजना बनाई थी।रोहतांग दर्रे पर खराब मौसम के कारण उनके हेलीकॉप्टर को मनाली में उतरना पड़ा।
वह सड़क मार्ग से लाहौल पहुंचे और कीरटिंग गांव का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद और वित्तीय सहायता देने का भी आश्वासन दिया।
लाहौल घाटी में बादल फटने से आयी तबाही के बाद ये सभी पर्यटक 27 जुलाई से लाहौल घाटी में फंसे हुए है। वहीँ टांडी-उदयपुर मार्ग पर चार पुल क्षतिग्रस्त हो जाने से उदयपुर और केलांग के बीच संपर्क टूट गया है।
फंसें हुए एक पर्यटक तनुज ने कहा , “हम 27 जुलाई से उदयपुर में फंसे हुए हैं। हम यहां रिसर्च वर्क के लिए आये थे।अब हमें एयरलिफ्ट होने का इंतजार हैं क्योंकि मौजूदा स्थिति में शोध कार्य करना संभव नहीं हो पा रहा है। हमारे पास काफी भारी सामान है जिसके चलते हमारा सीढ़ी और ज़िप लाइन से जाना मुश्किल है। ”
बहुत से पर्यटक ऐसे है जो अपनी गाड़ियों से लाहौल पहुंचे थे। इन सभी को उदयपुर और केलांग की बीच की सड़क का सही होने का इंतज़ार है। ताकि ये सब अपने वाहन से घर जा सके।
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