हिमाचल: जयराम के मंत्रियों की चिंता, हर चुनाव में हारते हैं 70 फीसदी मंत्री!
हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह की कैबिनेट में विद्या स्टोक्स, कौल सिंह ठाकुर, जी एस बाली, प्रकाश चौधरी
धर्मशाला: राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने में अभी 10 दिन का वक़्त बचा है। ऐसे में अब सियासी दलों के नेताओं की धुकधुकी बढ़ने लगी है। भाजपा जहां रिवाज बदलने का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस का कहना है कि रिवाज नहीं राज बदलेगा खैरियत तो 8 दिसंबर को तय होगा कि हिमाचल में सियासी ऊंट किस करवट बैठेगा। लेकिन जयराम सरकार के कैबिनेट मंत्री रहे नेताओं के लिए चिंतित होने वाली खबर है।
बता दें कि बीते कई चुनाव में 50 से 70 फ़ीसदी मंत्रियों को सियासी दंगल में हार का सामना करना पड़ता है। रेशमी मंत्रियों के चुनाव हारने का ट्रेन 1990 से चला रहा है। क्योंकि दो मंत्रियों के हल्के ही बदल दिए गए थे भाजपा ने इस बार टिकट आवंटन में सुरेश भरद्वाज और मंत्री राकेश पठानिया का विधान सभा हल्का बदला है उनका सामना कांग्रेस के अनुज से दो-तीन बार से यहां जीत रहे।
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वर्ष 2012 से 17 तक हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह की कैबिनेट में विद्या स्टोक्स, कौल सिंह ठाकुर, जी एस बाली, प्रकाश चौधरी ,aधनीराम शांडिल समेत कई और मंत्री शामिल थे। लेकिन 17 के विधानसभा चुनाव में सभी मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ता केवल तीन ही मंत्री अपनी सीट बचा पार्टी में सोलन से धनीराम शांडिल पुणे से हरोली से मुकेश अग्निहोत्री और फतेहपुर से सुजान सिंह पठानिया शामिल थे।