
Himachal: सरकार ने दी छूट, शादी समारोह में शामिल हो सकेंगे 250 लोग, सेना भर्ती को भी मंजूरी
हिमाचल सरकार (Himachal Government) ने कोरोना (Coronavirus) मामलों में आ रही गिरावट को देखते हुए अब विवाह व अन्य समारोहों पर लगाई हुई बंदिशों में भी राहत दे दी है।
राज्य में शादी व अन्य समारोह में अधिकतम 150 और खुले में 250 लोग शामिल हो सकेंगे। इसके साथ ही मुख्य सचिव अनिल खाची (Chief Secretary Anil Khachi) ने सेना भर्ती कार्यालय को राज्य में सेना भर्ती रैलियों के आयोजन की भी मंजूरी दे दी है। बता दें कि सेना भर्ती कार्यालय ने सेना भर्ती करवाने की अनुमति मांगी थी।
हिमाचल प्रदेश सरकार की शुक्रवार को जारी अधिसूचना के अनुसार किसी भी समाहरोह में हाल की क्षमता का अधिकतम 50 प्रतिशत यानी 150 लोग ही कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे।
फिलहाल में किसी भी तरह की सांस्कृतिक, धार्मिक, खेल या विवाह आदि समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक थी। वहीं खुले में आयोजन करने पर 100 लोग शामिल हो सकते थे। अब 250 लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे।
इसके साथ ही इन आयोजनों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना अनिवार्य हैं सभी को मास्क और शारीरिक दूरी के पालन के भी निर्देश जारी किए गए हैं कोरोना नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सरकार की ओर की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में कोविड के मामलों में कमी आई है। लेकिन डेल्टा प्लस वैरिएंट का मामला सामने आने के बाद और एहतियात बरतने की जरूरत है। जरा सी बरती गई लापरवाही आने वाले दिनों में काफी भारी पड़ सकती है। फिर से नौबत लाकडाउन व कर्फ्यू की न आए, इसके लिए कोविड नियमों का पालन बेहद जरूरी है।
सीएम के आह्वान पर डाक्टरों ने स्थगित की हड़ताल
सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) के आह्वान पर डाक्टरो ने पेनडाउन हड़ताल चार दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (IGMC) शिमला के डाक्टर और रिपन अस्पताल के डाक्टर भी हड़ताल को स्थगित करेंगे।
शिमला सहित प्रदेशभर में पंजाब वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में डाक्टरों ने कलम छोड़ो हड़ताल शुरू की थी। हॉस्पिटलों में डाक्टरों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी।
इसे देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने डाक्टरों से हड़ताल खत्म करने का आह्वान किया गया था। मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. अनुपम ने जानकारी दी कि हड़ताल स्थगित कर दी है। मांग पूरी न हुई तो दोबारा हड़ताल पर जा सकते हैं।