![](/wp-content/uploads/2022/04/IMG_20220419_103420.jpg)
बिजली संकट से उबरने के लिए हरियाणा सरकार ने निकाला रास्ता
हरियाणा सरकार ने बिजली संकट से उबरने का रास्ता खोज निकाला है। दरअसल हरियाणा सरकार 3 साल के लिए मध्य प्रदेश की कंपनियों से 500 मेगावाट बिजली खरीदेगी।
अडानी कंपनी से चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल फाइनल बात करेंगे। करार टूटता है तो हरियाणा नए सिरे से बिजली की व्यवस्था करेगा। गौरतलब है कि, प्रदेश में इस समय बिजली की मांग रोजाना 8297 मेगावाट से ज्यादा पहुंच गई। जबकि आपूर्ति छह से साढ़े सात हजार मेगावाट की जा रही है। जून-जुलाई में बिजली खपत बढ़ जाएगी।
बता दें कि, प्रदेश में इस समय बिजली की मांग रोजाना 8,297 मेगावाट से पार पहुंच गई है। आपूर्ति कम की जा रही है। पानीपत में थर्मल पावर प्लांट से 710 मेगावाट बिजली की आपूर्ति मिल रही है। यहां 250- 250 और 210 मेगावाट की यूनिट चल रही हैं। यमुनानगर प्लांट से 610 मेगावाट उत्पादन है, जबकि खेदड़ में 600 मेगावाट उत्पादन हो रहा है